मणिपुर में फिर भड़की हिंसा: 'फ्री मूवमेंट' के पहले ही दिन सुरक्षाबलों और कूकी समुदाय के बीच हुई झड़प, एक की गई जान, 25 लोग घायल

- मणिपुर में फिर भड़की हिंसा
- सुरक्षाबलों और कुकी समुदाय में झड़प
- अमित शाह ने की थी समीक्षा बैठक
डिजिटल डेस्क, इंफाल। मणिपुर में फ्री ट्रैफिक मूवमेंट खत्म होने के बाद एक फिर से हिंसा सुलग गई है। राज्य में शनिवार को कुकी और मैतेई बहुल क्षेत्रों में हिंसा छिड़ गई है। मणिपुर में कुकी जिले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फ्री ट्रैफिक के निर्देश के खिलाफ प्रदर्शनकारी विरोध कर रहे थे। इस दौरान प्रदर्शनकारी हिंसकों ने निजी गाड़ियों में आग लगा दी। इसके बाद पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिआंसू गैस के गोले दागे।
मणिपुर में फिर भड़की हिंसा
सुरक्षबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प के चलते एक शख्स की मौत हो गई। इस दौरान 25 लोग घायल हो गए हैं। बता दें, इंफाल, चुराचांदपुर, कांगपोकपी, विष्णुपुर और सेनापति को जोड़ने वाली सड़कों पर शनिवार को जैसे ही बसें चलनी शुरू हुईं, तभी कुकी समुदाय के लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया।
अधिकारियों ने बताया कि जैसे ही अंतर-जिला बस सेवा फिर से शुरू हुई। गमगीफई इलाके में भीड़ ने सेनापति जिले जाने वाली यात्री बस पर पथराव करके हमला कर दिया। जवाब में सुरक्षा बलों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठियों का इस्तेमाल किया। न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक सुरक्षा बलों ने व्यापक अभियान चलाकर 114 हथियार, आईईडी ग्रेनेड और गोला-बारूद बरामद किए हैं। वहीं राज्य में अलग-अलग अभियानों में प्रतिबंधित संगठनों के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया गया।
अमित शाह ने की थी समीक्षा बैठक
बता दें, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 1 मार्च को मणिपुर के हालात को लेकर गृह मंत्रालय में समीक्षा बैठक की थी। इस बैठक में शाह ने 8 मार्च से मणिपुर में सभी सड़कों पर आवाजाही सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए थे। इसके अलावा सड़कें ब्लॉक करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। अधिकारियों का कहना है कि सुबह करीब 10 बजे चुराचांदपुर और सेनापति के पहाड़ी जिलों के लिए जाने वाली बसें बिना यात्रियों के केंद्रीय बलों के एक बड़े काफिले के साथ इम्फाल से रवाना हुईं।
वहीं, चुराचांदपुर जाने वाली बस बिना किसी घटना के बिष्णुपुर जिले से होकर सुरक्षित रूप से कांगवई पहुंच गई। इस बीच एनएच-2 (इंफाल-दीमापुर राजमार्ग) पर प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाए और राज्य सरकार के वाहनों की आवाजाही को बाधित करने के लिए सड़कों पर एकत्रित हुए। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक एक पुलिसकर्मी ने कहा, "हम केवल आदेशों का पालन कर रहे हैं। हमें मार्च रोकने के लिए कहा गया है। अगर वे (प्रदर्शनकारी) जाना चाहते हैं, तो वे सरकार के व्यवस्थित राज्य बसों में जा सकते हैं।"
Created On :   8 March 2025 11:53 PM IST