बजट सत्र: 'पता नहीं किस ग्रह पर रह रही हैं...', जानें निर्मला सीतारमण को लेकर प्रियंका गांधी ने क्यों कहा ऐसा

पता नहीं किस ग्रह पर रह रही हैं..., जानें निर्मला सीतारमण को लेकर प्रियंका गांधी ने क्यों कहा ऐसा
  • बजट सत्र के दौरान निर्मला सीतारमण ने रखी अपनी बात
  • प्रियंका गांधी ने वित्त मंत्री मंत्री के भाषण पर दी प्रतिक्रिया
  • कहा- पता नहीं किस ग्रह पर रह रही हैं

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को बजट सत्र चर्चा में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के जवाब पर प्रतिक्रिया दी। साथ ही, उन्होंने महंगाई को लेकर बीजेपी पर तीखा प्रहार किया।

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा- मुझे नहीं पता कि वह किस ग्रह पर रह रही हैं। वह कह रही हैं कि कोई मुद्रास्फीति नहीं है, बेरोजगारी में कोई वृद्धि नहीं हुई है, कीमतों में कोई वृद्धि नहीं हुई है।

भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी से हो रहा सुधार- वित्त मंत्री

इधर, अपने संबोधन के दौरान निर्मला सीतारमण ने कहा- मुद्रास्फीति ट्रेंड, खासतौर से खाद्य, कम होती नजर आ रही है। केंद्र सरकार ने 2025-26 में लगभग पूरी उधारी का उपयोग पूंजीगत व्यय के वित्तपोषण के लिए कर रही है। वहीं, जहां तक ​​विकास की बात है, भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार देखने को मिल रहा है। बजट में लोगों के हाथों में नकदी बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। साथ ही, वित्त वर्ष 2026 में 99 प्रतिशत उधार का उपयोग पूंजीगत व्यय के लिए करके राजकोषीय बनाए रखा गया है।

विकास के इंजन के रूप में काम करेंगे- वित्त मंत्री

सीतारमण ने कहा- बजट राष्ट्रीय विकास आवश्यकताओं को राजकोषीय प्राथमिकताओं के साथ संतुलित करता है। सरकार पूंजीगत व्यय के लिए 99 प्रतिशत उधार का उपयोग कर रही है, जो सकल घरेलू उत्पाद का 4.3 प्रतिशत है। उन्होंने कहा- बजट का फोकस गरीबों, युवाओं, अन्नदाता और महिलाओं पर है। इसका उद्देश्य कृषि, एमएसएमई और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए नई योजनाओं और सुधारों को सामने लाना है, जो विकास और ग्रामीण समृद्धि और लचीलेपन के साथ-साथ विकास के इंजन के रूप में काम करेंगे।

सीतारमण ने कहा- बजट राष्ट्रीय विकास आवश्यकताओं को राजकोषीय प्राथमिकताओं के साथ संतुलित करता है। सरकार पूंजीगत व्यय के लिए 99 प्रतिशत उधार का उपयोग कर रही है, जो सकल घरेलू उत्पाद का 4.3 प्रतिशत है।

Created On :   11 Feb 2025 10:32 PM IST

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