हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024: अशोक तंवर की कांग्रेस में वापसी, बीजेपी का परिवारवाद पर निशाने के साथ थमा प्रचार का शोर, 48 घंटे बाद होगा मतदान

अशोक तंवर की कांग्रेस में वापसी, बीजेपी का परिवारवाद पर निशाने के साथ थमा प्रचार का शोर, 48 घंटे बाद होगा मतदान
  • 5 अक्टूबर को होंगे विधानसभा चुनाव
  • 8 अक्टूबर को आएंगे विधानसभा नतीजे
  • राज्य में बीजेपी और कांग्रेस के बीच टक्कर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार शाम 6 बजे चुनावी प्रचार-प्रसार का शोर थम गया। अब 5 अक्टूबर को राज्य में विधानसभा चुनाव होंगे। जिसके बाद 8 अक्टूबर को चुनावी नतीजे आएंगे। राज्य में इस वक्त बीजेपी की सरकार है। वहीं, प्रमुख विपक्षी दल के रूप में कांग्रेस है। इन दोनों पार्टियों ने इस चुनाव में जमकर प्रचार-प्रसार किया है।

जहां बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा चुनाव प्रचार में पूरी ताकत के साथ डटे रहे। वहीं, कांग्रेस की ओर से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अपने पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करती हुई दिखाई दी।

बीजेपी की ओर से कई राज्यों के मुख्यमंत्री ने भी हरियाणा चुनाव में प्रचार किया। इनमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के अलावा अन्य राज्यों के बीजेपी मुख्यमंत्रियों ने भी हरियाणा चुनाव में प्रचार किया। राज्य की 90 विधानसभा सीटों पर 5 अक्टूबर को चुनाव होंगे। राज्य में 1500 से ज्यादा उम्मीदवार चुनावी मैदान में है। जिनकी किस्मत का फैसला अगले 48 घंटे बाद ईवीएम में कैद हो जाएंगे।

हरियाणा चुनाव प्रचार के प्रमुख मुद्दे

इस बार के हरियाणा चुनाव में बेरोजगारी, महंगाई, पलायन, किसान, जवान और पहलवान का मुद्दा काफी ज्यादा हावी रहा। इन सभी मुद्दों पर विपक्ष ने बीजेपी को जमकर घेरा। खुद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राज्य में बढ़ते पलायन पर हरियाणा की बीजेपी सरकार को घेरा। इस बार के चुनाव में खुद राहुल गांधी विदेश में रह रहे भारतीय लोगों से मिले। जिनका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन बीजेपी ने कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाया।

कांग्रेस और बीजेपी में अंदरूनी कलह भी बनी सियासत

हरियाणा चुनाव के दौरान कांग्रेस और बीजेपी के अंदरूनी कलह की खबरें भी इस बार सबके सामने खुलकर आ गई। दोनों ही पार्टियों में मुख्यमंत्री पद को लेकर कई दावेदार नजर आए। जहां बीजेपी में अनिल विज ने मुख्यमंत्री बनने का इच्छा जताई। हालांकि, बीजेपी ने पहले ही साफ कर दिया था कि चुनाव जीतने के बाद सीएम नायब सिंह ही बने रहेंगे। वहीं, कांग्रेस में रणदीप सुरजेवाला, कुमारी शैलजा, दीपेंद्र हुड्डा और पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा मुख्यमंत्री पद की रेस में नजर आ रहे हैं।

नेताओं का पलायन रहा जारी

हरियाणा चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी के कई नेता कांग्रेस में शामिल हुए। वहीं, कांग्रेस के भी कई नेता टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर पार्टी छोड़ दी। बीजेपी की ओर से उम्मीदवारों की लिस्ट आने के बाद सीटिंग विधायकों और पूर्व विधायकों का पलायन दूसरी पार्टियों में भी देखने को मिला। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन पूर्व सांसद अशोक तंवर की घर वापसी हो गई। वह गुरुवार दोपहर को अचानक कांग्रेस में लौट आए।

समीकरण बदलने के आसार

राज्य में कांग्रेस और बीजेपी के अलावा पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद की पार्टी आजाद समाज पार्टी (ASP) गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रही है। वहीं, अभय सिंह चौटाला की पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और बसपा गठबंधन भी बड़े दलों का चुनाव समीकरण खराब करने को तैयार बैठी है। इसके अलावा आम आदमी पार्टी भी राज्य में अकेले चुनावी मैदान में है। पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि उनके बिना कोई भी पार्टी राज्य में सरकार नहीं बना सकती है।

बीजेपी लगातार दावा कर रही है कि वह राज्य में तीसरी बार अपनी सरकार बनाने जा रही है। वहीं, कांग्रेस भी राज्य में दस साल बाद अपनी सरकार बनाने का दावा कर रही है। हालांकि, अब यह 8 अक्टूबर के चुनावी नतीजे से ही स्पष्ट हो पाएगा कि राज्य में किसकी सरकार बनेगी?

Created On :   3 Oct 2024 2:10 PM GMT

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