बिहार सियासत: बिहार में हुआ विभागों का बंटवारा, नीतीश ने 9वीं बार अपने पास रखा गृह विभाग, जानें किस मंत्री को कौन सा विभाग मिला?

बिहार में हुआ विभागों का बंटवारा, नीतीश ने 9वीं बार अपने पास रखा गृह विभाग, जानें किस मंत्री को कौन सा विभाग मिला?
  • एनडीए सरकार में विभागों का बंटवारा
  • नीतीश ने अपने पास रखा गृह विभाग
  • सम्राट चौधरी के पास वित्त और विजय सिन्हा के पास कृषि विभाग

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में सत्ता परिवर्तन के 6 दिन बाद नीतीश कैबिनेट में मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 9वीं बार अपने पास गृह विभाग रखा है। इसके अलावा उनके पास सामान्य प्रशासन, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी, निर्वाचन और ऐसे सभी विभाग हैं जो किसी को आवंटित नहीं हुए हैं। वहीं दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा के बीच भी विभाग बांट दिए गए हैं।

सम्राट चौधरी को वित्त विभाग के अलावा वाणिज्य कर, नगर विकास एवं आवास, स्वास्थ्य, खेल, पंचायती राज, उद्योग, पशु एवं मत्स्य संसाधन, विधि विभाग की जिम्मेदारी मिली है। तो वहीं विजय कुमार सिन्हा को पथ निर्माण के साथ कृषि, राजस्व एवं भूमि सुधार, गन्ना उद्योग, खनन एवं भूतत्व, श्रम संसाधन, कला संस्कृति एवं युवा, लघु जल संसाधन, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग सौंपे गए हैं। बंटवारे में सबसे ज्यादा 23 विभाग बीजेपी को मिले हैं। इसके बाद जेडीयू को 19, हम को 2 और एक विभाग निर्दलीय को मिला है।

जानें किस मंत्री को कौन सा विभाग मिला?

  • मंत्री विजय चौधरी को जल संसाधन संसाधन, संसदीय कार्य, भवन निर्माण, परिवहन, शिक्षा और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की जिम्मेदारी मिली है।
  • ऊर्जा, योजना एवं विकास, मद्य निषेध, उत्पाद एवं प्रबंधन, निबंधन, ग्रामीण कार्य, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग विजेंद्र प्रसाद यादव के पास रहेगें।
  • डॉ. प्रेम कुमार को सहकारिता, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन, पर्यटन विभाग सौंपा गया है।
  • श्रवण कुमार के पास ग्रामीण विकास, समाज कल्याण, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग रहेगें। जबकि संतोष कुमार सुमन सूचना प्रौद्योगिकी, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग की जिम्मेदारी संभालेंगे। वहीं सुमित कुमार सिंह को विज्ञान प्रौद्योगिकी और तकनीकी शिक्षा विभाग सौंपे गए हैं।

शुरू हुई दबाव की राजनीति

बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद हुए नई सरकार के गठन के बाद से ही कैबिनेट विस्तार को लेकर दबाव की राजनीति शुरू हो गई है। दरअसल, एनडीए गठबंधन में शामिल हम (हिंदुस्तान आवाम मोर्चा) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने नई सरकार में अपनी पार्टी के लिए एक मंत्री पद मांगा है।

मांझी ने कहा कि उन्हें महागठबंधन ने सीएम पद ऑफर किया था लेकिन इसके बावजूद उन्होंने एनडीए में रहने का निर्णय किया था। ऐसे में यदि उनकी पार्टी को एक और मंत्री पद नहीं मिला तो यह बेईमानी होगी।

Created On :   3 Feb 2024 11:07 AM GMT

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