दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: AAP की 'पुजारी-ग्रंथी योजना' पर गरमाई सियासत, बीजेपी ने किया पोस्टर जारी, बताया 'चुनावी हिंदू'
- दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुछ दिन बाकी
- 'पुजारी-ग्रंथी योजना' पर गरमाई सियासत
- बीजेपी ने पोस्टर जारी कर केजरीवाल पर साधा निशाना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव का समय जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे इस केंद्र शासित सूबे की सियासत भी गरमाती जा रही है। मंगलवार को सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजन अरविंद केजरीवाल ने पुजारी-ग्रंथी योजना लॉन्च की। उन्होंने कश्मीरी गेट के मरघट वाले बाबा के मंदिर में पत्नी के साथ दर्शन किए और वहां के पुजारी का पहला रजिस्ट्रेशन कराया। इस योजना के तहत मंदिर के पुजारियों और गुरूद्वारों के ग्रंथियों को हर महीने 18 हजार रुपये सैलरी देने का दावा किया गया है।
भाजपा ने पोस्टर जारी कर साधा निशाना
इस योजना को लेकर बीजेपी ने एक्स पर पोस्टर जारी किया, जिसमें अरविंद केजरीवाल को भूल-भुलैया फिल्म के छोटा पंडित (राजपाल यादव) के किरदार में दिखाते हुए उन्हें चुनावी हिंदू बताया है। बीजेपी ने पोस्ट में लिखा, जो 10 साल से इमामों को सैलरी बांटता रहा। जो खुद और उनकी नानी प्रभु श्रीराम का मंदिर बनने से खुश नहीं थे। जिसने मंदिर और गुरुद्वारों के बाहर शराब के ठेके खोले। जिसकी पूरी राजनीति हिंदू विरोधी रही, उसे अब चुनाव आते ही पुजारियों और ग्रंथियों की याद आई?
केजरीवाल ने किया पलटवार
बीजेपी के इस पोस्टर पर पलटवार करते हुए केजरीवाल ने कहा, 'जब से पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना की घोषणा हुई है, भाजपा वाले मुझे गंदी-गंदी गालियां दे रहे हैं। क्या मुझे गाली देने से देश का फायदा होगा? आपकी 20 राज्यों में सरकारें हैं। गुजरात में तो आपकी 30 साल से सरकार है। अभी तक आपने वहां पुजारियों और ग्रंथियों का सम्मान क्यो नहीं किया? चलो अब ही कर दो? मैंने अब सबको रास्ता दिखा दिया है। मुझे गालियां क्यों देते हो?'
इससे पहले बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमित मालवीय ने पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना को लेकर कहा ता कि अरविंद केजरीवाल ने 10 साल बाद मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारा साहिब के ग्रंथियों को ठगने के लिए नई योजना नई योजना का ऐलान किया है। लेकिन दिल्ली में कितने पुजारी और ग्रंथी हैं, उन्हें इसका पता तक नहीं है। चुनाव से पहले झूठे वादों की झड़ी लगा दी गई है। उन्होंने कहा, 'पिछले 17 महीनों से इमामों को तनख्वाह भी नहीं दी गई है, और वे लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली वाले जानते हैं कि हिंदू विरोधी आप की यह घोषणा भी केवल हवा-हवाई है।'
Created On :   31 Dec 2024 7:05 PM IST