मनी लॉन्ड्रिंग मामला: कोर्ट ने झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को 6 दिनों की ईडी रिमांड पर भेजा
- मंत्री टेंडर घोटाले के मुख्य साजिशकर्ता-ईडी
- बुधवार 15 मई को किया था गिरफ्तार
- 6 ठिकानों पर ईडी ने मारी थी रेड
डिजिटल डेस्क, रांची। झारखंड की एक अदालत ने आज गुरुवार 16 मई को ग्रामीण विकास मामलों के मंत्री आलमगीर आलम को 6 दिनों की ईडी रिमांड पर भेज दिया है। आज ही ईडी ने टेंडर कमीशन घोटाले में गिरफ्तार झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को मेडिकल जांच के बाद आज कोर्ट में पेश किया।
ईडी के विशेष लोक अभियोजक शिव कुमार ने मंत्री आलम को दस दिनों की रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की कोर्ट से अनुमति मांगी।आलम के अधिवक्ता ने इसका विरोध किया। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने आलम को 6 दिन की रिमांड पर भेजा। ईडी की जांच और जांच में 37 करोड़ रुपए की कैश बरामदी को लेकर झारखंड में सियासी बवाल मचा हुआ है। बीजेपी लगातार इस मुद्दे पर झारखंड मुक्ति मोर्चा पर हमला बोल रही है और चुनाव में यह मुद्दा बन गया है। आपको बता दें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आलमगीर आलम को ईडी ने पूछताछ के बाद बीते दिन 15 मई बुधवार को गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसी ने एक दिन बाद गुरुवार को उन्हें अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें छह दिनों की ईडी रिमांड का आदेश दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक ईडी ने रिमांड नोट में आरोप लगाया कि साल 2023 में गिरफ्तार तत्कालीन चीफ इंजीनियर वीरेन्द्र कुमार राम टेंडर आवंटन के बदले कमीशन लिया करते थे, जिसमें से 1.5 फीसदी कमीशन मंत्री आलमगीर आलम को जाता था। ईडी ने जांच के दौरान 6 से 8 मई तक मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल और उसके नौकर जहांगीर आलम समेत अन्य के 6 ठिकानों पर ईडी ने रेड मारी थी, जहां से साढ़े 37 करोड़ रुपए कैश बरामद हुए।
Created On :   16 May 2024 6:56 PM IST