लाइव अपडेट: सुपुर्द-ए-खाक, सिर्फ मुख्तार अंसारी के परिवार को मिली मिट्टी देने की इजाजत
- मुख्तार अंसारी का जन्म गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद में हुआ था
- परिवार की पहचान एक राजनीतिक परिवार की रही
- मुख्तार अंसारी के दादा डॉक्टर मुख्तार अहमद अंसारी स्वतंत्रता सेनानी थे
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। मुख्तार अंसारी का शव उनके आवास पर रखा गया है। सुपुर्द-ए-खाक की तैयारी हो रही है। मुख्तार अंसारी के तदफीन में शामिल होने के लिए गैंगस्टर-राजनेता मरहूम मोहम्मद शहाबुद्दीन का बेटा ओसामा गाजीपुर पहुंचा है। ओसामा, जनाजे की नमाज में शामिल होने के लिए मुख्तार अंसारी के मोहम्मदाबाद स्थित आवास पर पहुंचा, पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हुए हैं, घर के चारों तरफ बैरिकेडिंग लगाई गई है, आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
मुख्तार अंसारी के समर्थकोंं की नारेबाजी के चलते उनके आवास के ओर पास से मीडियाकर्मियों को हटाया जा रहा है। घर के बाहर उनके समर्थकों की भारी भीड़ इकट्ठा हुई है। मुख्तार अंसारी के आवास पर कई राजनेताओं का जमावड़ा शुरु हो गया है। समाजवादी पार्टी नेता और पूर्व मंत्री काबिना मंत्री अंबिका चौधरी पहुंच चुके हैं। इसके अलावा कई और सपा नेता उनके घर पहुंच रहे हैं। ।
बीते दिन गुरूवार को बांदा जेल में बंद उत्तर प्रदेश के मऊ से पूर्व विधायक और माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की अचानक मौत हो गई थी। मौत की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही थी। मुख्तार का बांदा मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम होने के बाद उनके शव को बेटे उमर अंसारी को सुपुर्द कर दिया गया। माफिया से राजनेता बने मुख्तार की मौत के बाद गाजीपुर और मऊ समेत पूरे यूपी में हाई अलर्ट है।
आपको बता दें कई अपराधों में लिप्त डॉन मुख्तार अंसारी का जन्म गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद में हुआ था। मुख्तार के पिता का नाम सुबहानउल्लाह अंसारी और मां का नाम बेगम राबिया था। जिले गाजीपुर के साथ साथ पूरे राज्य में मुख्तार अंसारी के परिवार की पहचान एक राजनीतिक परिवार की थी। मुख्तार के दादा डॉ मुख्तार अहमद अंसारी 17 साल से ज्यादा वक्त से जेल में बंद रहे। वे स्वतंत्रता सेनानी थे। डॉ मुख्तार अहमद अंसारी ने गांधी जी के साथ काम किया। वे 1926-27 में कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे। मुख्तार के नाना ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान को 1947 की लड़ाई में शहादत के लिए महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था।
Live Updates
- 30 March 2024 5:25 AM GMT
सुपुर्द-ए-खाक से पहले जनाजे की नमाज
मुख्तार अंसारी के सुपुर्द-ए-खाक से पहले जनाजे की नमाज हुई, जिसमें लोगों की भारी भीड़ शामिल हुई। कड़ी सुरक्षा के बीच जनाजे की नमाज हुई।
- 30 March 2024 5:22 AM GMT
सुपुर्द-ए-खाक
माफिया से डॉन और राजनेता बने मुख्तार अंसारी को गाजीपुर के मोहम्मदाबाद स्थिति कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। सिर्फ परिवार वालों को मिली मिट्टी देने की इजाजत। मुख्तार अंसारी के जनाजे में उनके समर्थकों की भारी भीड़ देखने को मिली। सुपुर्द-ए-खाक के दौरान आसपास भारी पुलिस बल तैनात रही। बाहरी लोगों को कब्रिस्तान के अंदर घुसने नहीं दिया गया।
- 30 March 2024 4:17 AM GMT
कब्रिस्तान में जाएंगे केवल परिवार के लोग
मुख्तार अंसारी के जनाजे के वक्त कब्रिस्तान में केवल परिजनों के जाने की अनुमति है। अन्य लोगों के जाने पर रोक लगाई गई है। पुलिस प्रशासन ने इसके लिए निर्देश जारी किया है,जिसमें परिवार के अलावा कोई भी कब्रिस्तान नहीं जा सकेगा। पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए है।
Created On :   30 March 2024 3:39 AM GMT