नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार, ममता, नीतीश और केजरीवाल जैसे दिग्गज नहीं होंगे शामिल?
- नीति आयोग का बहिष्कार
- केंद्र सरकार बनाम दिल्ली सरकार
- ट्रांसफर-पोस्टिंग पर मचा बवाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बाद देश की विपक्षी पार्टियां नीति आयोग की बैठक का भी बहिष्कार किया है। आज यानी 27 मई को नीति आयोग की बैठक दिल्ली के विज्ञान भवन में होनी है। जिसका उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे। लेकिन कुछ प्रमुख राजनीतिक पार्टियों ने सरकार का विरोध नीति आयोग की बैठक में न जाकर करने का फैसला किया है। इस बैठक में बिहार के सीएम नीतीश कुमार, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और सीएम केसीआर शामिल नहीं होंगे।
जानकारी के मुताबिक, बैठक से खुद को दूर रखने के लिए सभी पार्टियों ने आपस में रणनीति बनाई हुई हैं। जिसकी मुख्य वजह केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार में ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए लड़ाई बताई जा रही है। पिछले कई दिनों से अफसरों के अदला बदली को लेकर केंद्र और दिल्ली की 'आप सरकार' में ठनी हुई है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला 'आप' के पक्ष में आने के बाद केंद्र सरकार ने एक अध्यादेश लाकर शीर्ष अदालत का फैसला पलट दिया था। जिसकी वजह से केजरीवाल के हाथों से ट्रांसफर-पोस्टिंग छीन गई। इसी को देखते हुए सीएम केजरीवाल नीति आयोग की बैठक से खुद को दूर रखने का निर्णय लिया है। जिनके साथ कई राज्यों के सीएम कदम ताल करते हुए दिखाई दे रहे हैं और उन्होंने भी इस बैठक से अपने आप को दूर रखा है।
साल '2047' तक भारत को 'विकसित देश' बनाने का लक्ष्य
नीति आयोग की इस बैठक में देश की तरक्की पर चर्चा होनी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बैठक का एजेंडा साल '2047' है। बताया जा रहा है कि, इस बैठक में देश के तमाम राज्यों के मुख्यमंत्रियों और केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल को आमंत्रित किया गया है। जिसमें चर्चा होगी कि साल '2047' तक कैसे देश को पूरी तरह आत्मनिर्भर बनाया जाए। साथ ही विकसित देश बनने के लिए कौन-कौन से काम किए जा सकते हैं, इसके लिए राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों से सुझाव भी मांगा जाएगा। इस बैठक का उद्घाटन पीएम मोदी आज 9.30 बजे करने वाले हैं। जो खुद इस आयोग के अध्यक्ष हैं।
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में होने वाली नीति आयोग की बैठक में बुनियादी ढांचे, निवेश, महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, कौशल विकास समेत सामाजिक बुनियादी ढांचे को सुधारने जैसे तमाम पहलुओं पर चर्चा होगी। बैठक में अहम भूमिका निभाने वाले उच्च अधिकारियों का कहना है कि इस बैठक में भारत को विकसित बनाने के लिए भी चर्चा होने वाली है।
मीटिंग में भाग लेगी कांग्रेस
वहीं कुछ राज्यों के सीएम इस बैठक का बहिष्कार कर रहे हैं तो देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस इस बैठक में भाग लेने वाली है। कांग्रेस शासित चार राज्यों के सीएम इस मीटिंग में हिस्सा लेने वाले हैं। जिनमें छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, हिमाचल प्रदेश के मुखिया सुखविंदर सिंह सुक्खू और कर्नाटक के चीफ मिनिस्टर सिद्धारमैया शामिल होने वाले हैं। इसके अलावा बीजेपी और उसके सहयोगी दल भी इस बैठक में भाग ले सकते हैं जो उसकी विचार धारा से सहमत रखते हैं।
Created On :   27 May 2023 9:07 AM IST