मराठा आरक्षण: महाराष्ट्र में सड़क से सत्ता तक बवाल

महाराष्ट्र में सड़क से सत्ता तक बवाल
  • मराठा आरक्षण की मांग तेज
  • विरोध प्रदर्शन और आगजनी
  • विशेष सत्र बुलाने की मांग

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर बवाल मचा हुआ है। सड़क से लेकर सियासी गलियारों तक आरक्षण और उस पर होने वाली सर्वदलीय बैठक को लेकर सरकार पर निशाना साधा जा रहा है। एक तरफ मराठा आरक्षण की मांग को लेकर लोग धरना प्रदर्शन,आगजनी कर रहे हैं, वहीं शिवसेना उद्धव ठाकरे के नेता सरकार पर बैठक में शामिल न करने का आरोप लगा रहे है। कई विधायक विशेष सत्र बुलाने की मांग कर रहे है, वहीं एक विधायक ने विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा भी दे दिया है। 25 अक्टूबर से शुरू हुई मराठा आरक्षण की आंग धीरे धीरे राज्य के अन्य जिलों में भी पहुंच गई, जालना से लेकर नांदेड़ में विरोध प्रदर्शन देखा जा रहा है। बीड औऱ मुंबई शहर में कई जगहों पर हिंसा देखने को मिली।

महाराष्ट्र सरकार द्वारा सर्वदलीय बैठक में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनके गुट के नेताओं को ना बुलाए जाने पर शिवसेना(उद्धव ठाकरे गुट) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "कोई आश्चर्य नहीं है, ये गैर संवैधानिक सरकार और जो ये गैरकानूनी मुख्यमंत्री बने बैठे हैं, जिन्होंने हमारी पार्टी और पार्टी पक्ष के प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ गद्दारी की, उद्धव ठाकरे का सामना करने में इनको दिक्कत तो आएगी ही। साथ-साथ मराठा आरक्षण को लेकर जो आंदोलन चल रहा है और उद्धव ठाकरे ने समर्थन दिया है। उनके पास इन सवालों के जवाब भी नहीं होंगे। इसलिए उन्होंने ऐसा काम किया है।

शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने कहा कि मराठा आरक्षण पर महाराष्ट्र सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में उनकी पार्टी के सांसदों और विधायकों को आमंत्रित नहीं किया गया है। राज्य सरकार द्वारा बुलाई गई बैठक में केवल महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे को बुलाया गया।

छत्रपति शिवाजी महाराज मार्केट यार्ड में श्रमिक संघ ने एक दिन के लिए बाजार बंद करने का आह्वान किया है। मनोज जारांगे पाटिल की मराठा आरक्षण की मांग का समर्थन करने के लिए आज APMC के तहत सभी व्यवसाय और व्यापार बंद कर दिए गए हैं। बंद को लेकर श्रमिक संघ के अध्यक्ष संतोष नागरे ने कहा मराठा लोगों को आरक्षण मिलना चाहिए। मनोज जारांगे पाटिल पिछले 8 दिनों से अनशन पर बैठे हैं। उनका समर्थन करने के लिए, हमने एक बैठक बुलाई और हमने इस बाजार को एक दिन के लिए बंद रखने का फैसला किया। यहां रोजाना 20,000 से 25,000 लोग आते हैं। इस बाजार का रोजाना का कारोबार 15 करोड़ से 20 करोड़ तक है।

Created On :   1 Nov 2023 10:38 AM IST

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