लोकसभा चुनाव कर्नाटक: भाजपा नेता ने पार्टी पर लगाया परिवारवाद का आरोप, के एस ईश्वरप्पा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का किया ऐलान
- पार्टी नेता ने लगाया भाजपा पर परिवारवाद का आरोप
- येदियुरप्पा के बेटे के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान
- फैसला वापस लेने के लिए रखी ये शर्त
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक भाजपा में खींचतान जारी है। प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता के एस ईश्वरप्पा अपने जिद्द पर अड़े हुए हैं। उन्होंने भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा पर जोरदार निशाना साधा है। ईश्वरप्पा ने पार्टी के शीर्ष नेताओं को टार्गेट करते हुए परिवारवाद का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि एक तरफ पीएम मोदी कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाते हैं और दूसरी तरफ कर्नाटक बीजेपी में सत्ता की चाबी एक परिवार के पास है। भाजपा नेता अमित शाह से मिलना चाहते थे लेकिन, ऐसा संभव नहीं हो पाने के बाद उन्होंने बड़ा फैसला लेते हुए बी एस येदियुरप्पा के बेटे और मौजूदा सांसद बी वाई राघवेंद्र के खिलाफ शिवमोग्गा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि अब कोई बातचीत नहीं होगी, वह अपनी लड़ाई को अंत तक ले जाएंगे और शिवमोग्गा से ही चुनाव लड़ेंगे।
परिवारवाद का आरोप
कर्नाटक के पूर्व उप-मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता के एस ईश्वरप्पा ने पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का परिवारवाद के मुद्दे पर खुलेआम घेराव किया है। उन्होंने अपनी पार्टी पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते थे कि कांग्रेस में परिवार की संस्कृति है। इसी तरह, राज्य में बीजेपी एक परिवार के हाथों में है। पार्टी को उस परिवार से मुक्त किया जाना चाहिए। पार्टी कार्यकर्ता आहत हैं, उन्हें इस कष्ट से जरूर राहत मिलनी चाहिए। मैं जरूर चुनाव लड़ूंगा।"
शिवमोग्गा से पीछे हटने के लिए रखी शर्त
कर्नाटक की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता के एस ईश्वरप्पा ने शिवमोग्गा लोकसभा सीट से पीछे हटने के लिए एक बड़ी शर्त रखी है। अपने कदम वापस लेने के लिए भाजपा नेता ने पार्टी के सामने प्रदेश अध्यक्ष को पद से हटाने की मांग की है। शिवमोग्गा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का फैसला वापस लेने के लिए उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र को पद से हटाने की शर्त रखी है। ईश्वरप्पा ने कहा है कि उनकी लड़ाई राज्य में एक परिवार के हाथ में पार्टी के नियंत्रण के खिलाफ है। गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की मांग से पहले ही ईश्वरप्पा ने साफ कर दिया था कि चुनाव लड़ने का फैसला वह तभी वापस लेंगे जब पार्टी प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र और शिवमोग्गा से बी वाई राघवेंद्र को बदलेगी।
Created On :   4 April 2024 3:33 PM IST