सियासी बयानबाजी और मांग: बिहार में नीतीश कुमार का हाल ओडिशा के नवीन पटनायक जैसा न हो जाए! बीजेपी के निशाने पर नीतीश का वोट बैंक!
- नीतीश नहीं, उनका वोट बैंक है बीजेपी के निशाने पर
- नीतीश कुमार को पटाए रखना बीजेपी की रणनीति
- बिहार में नवीन पटनायक नहीं बन जाए नीतीश कुमार
डिजिटल डेस्क, पटना। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की घोषणा करके अपना चुनावी हित साधने की कोशिश में है। नए साल के शुरूआती महीनों में ही बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है।
बिहार में विपक्ष दल सीएम नीतीश कुमार को लेकर कई दावा कर रहे है। कड़कड़ाती ठंड में भी विपक्षी नेताओं के बयान बिहार में सियासी पारा बढ़ाए हुए है। क्योंकि एक समय पर ओडिशा के पूर्व सीएम नवीन पटनायक बीजेपी के खास हुआ करते थै, धीरे धीरे बीजेपी ने पटनायक से उनका गृह राज्य छीन लिया। आज ओडिशा में बीजेपी की पूर्ण बहुमत वाली सरकार है। इसी तर्ज पर बीजेपी बिहार में नीतीश कुमार और आरजेडी के वोटर्स में सेंध लगाकर पैठ बढ़ाने की कोशिश में है। बीजेपी ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देकर ये इस शक को सही साबित कर दिया था। अब बीजेपी नीतीश कुमार को भारत रत्न देकर उनके वोटर्स में सेंध लगाने की पुरजोर कोशिश करेगी। बीजेपी के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय गृहमंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार सीएम नीतीश कुमार को भारत रत्न दिए जाने की मांग को इससे जोड़कर देखा जा रहा है।
हालांकि आपको बता दें नीतीश कुमार को पटाए रखने के लिए बीजेपी कुछ भी कर सकती है क्योंकि केंद्र और बिहार में नीतीश के बिना बीजेपी कहां से कहां पहुंच सकती है इसका अनुमान लगाया जा सकता है। हो सकता है बीजेपी दोनों ही जगह कि सत्ता से बाहर हो जाएं। इसी डर को देखते हुए बीजेपी नीतीश को हर दम साध कर चलने के मूड़ में है। बीजेपी के नेता की भारत रत्न की डिमांड से ये भी समझ सकते है कि क्या नीतीश कुमार पलटने वाले है। क्योंकि बिहार में विपक्षी पार्टी के कई नेता कह चुके है कि चुनाव के बाद बीजेपी नीतीश कुमार को कुछ भी नहीं पूछेगी। चुनाव में बीजेपी अपना मतलब साधने के बाद उन्हें किनारे कर देगी। दूसरी तरफ बीजेपी को डर है कि नीतीश कुमार कहीं ऐन चुनावों के पहले बीजेपी का साथ छोड़कर महागठबंधन की ओर न मुंह फेर लें इसलिए बीजेपी नीतीश को भारत रत्न देने का चुग्गा फेंक रही है। चुनाव पहले या चुनाव बाद बीजेपी नीतीश कुमार को भारत रत्न देकर सीएम से हटाती है तो बीजेपी के पास जेडीयू के वोटर्स से कहने को होगा कि बीजेपी ने उन्हें सम्मान दिया। इसी के सहारे बीजेपी वोटर्स में पैठ बैठा सकती है।
Created On :   27 Dec 2024 2:41 PM IST