लोकसभा चुनाव 2024: बिहार में भोजपुरी कलाकारों की चुनाव में घट रही रुची, जानिए राज्य में क्यों फीका पड़ा रहा मुकाबला?
- देश में जल्द होने वाले हैं लोकसभा चुनाव
- बिहार से कई भोजपुरी कलाकार नहीं लड़ रहे चुनाव
- जानिए इसके पीछे का कारण?
डिजिटल डेस्क, पटना। इस बार के लोकसभा चुनावों में बॉलीवुड के सीतारों की तर्ज पर भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के कलाकरों का भी राजनीति में जबरदस्त बोलबाला देखने को मिल रहा है। दरअसल, आगामी लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दल कई राज्यों में भोजपुरी सितारों को चुनावी मैदान में उतार कर सियासी दांव आजमा रहे हैं। मगर, बिहार में भोजपुरी कालाकारों की चुनावों के प्रति रुची कम दिखाई दे रही हैं। इस वजह से राज्य में चुनावी दंगल फीका पड़ता नजर आ रहा हैं। इस बीच बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने देश की राजधानी दिल्ली को अपनी राजनीतिक कर्मभूमि बताया है। वहीं, उत्तरप्रदेश से रवि किशन और दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' भाजपा के टिकट पर एक बार फिर से चुनावी मैदान में उतर गए हैं। बीते कुछ दिनों से लोकसभा चुनाव का ऐलान होने से पहले आरा निवासी पवन कुमार के चुनाव लड़ने की खबरे चली थी। हालांकि, बाद में पवन कुमार ने एक विवाद के चलते चुनाव लड़ने से मना कर दिया था।
नेहा सिंह राठौड़ के चुनाव लड़ने की अटकलें
पवन सिंह के लोकसभा चुनाव से पीछे हटने के बाद अब भोजपुरी इंडस्ट्री की जानी मानी सिंगर नेहा सिंह राठौड़ के चुनाव लड़ने की खबरे समाने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि वह कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में उतर सकती हैं। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व वाली 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के कई कार्यक्रमों में हिस्सा भी लिया था। वहीं, दूसरी ओर बिहार से चुनाव लड़ने जा रहे एकमात्र भोजपुरी सिंगर गुंजन कुमार ने राज्य में कलाकारों की घटती रूची पर अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा, "कई भोजपुरी सुपरस्टार आगामी लोकसभा चुनाव के लिए मैदान में हैं, लेकिन क्षेत्रीय फिल्म जगत के केंद्र कहे जाने वाले बिहार या पड़ोसी राज्य झारखंड से किसी को भी मैदान में नहीं उतारा गया है।" बता दें, गुंजन कुमार बिहार के नवादा लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतरे हैं। राज्य में 19 अप्रैल को वोटिंग होगी। गुंजन ने पीटीआई-भाषा को दिए इंटरव्यू में चुनाव लड़ने के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि अपने गृह नगर नवादा से चुनाव लड़ने के मद्देनजर कई पार्टियों से संपर्क करने का प्रयास किया था। मगर, उन्हें टिकट नहीं दिया गया। इसका बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया।
सिंगर ने कहा, "ऐसा लगता है कि राजनीतिक दल बिहार से ही भोजपुरी गायकों/अभिनेताओं को लोकसभा चुनाव में उतारने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं।" बता दें, राज्य की पश्चिमी चंपारण की लौरिया विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से भोजपुरी गायक विनय बिहारी विधायक हैं। वह तीन बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। गंजन कुमार ने कहा, "यदि याद करूं तो बिहारी बाबू के नाम से लोकप्रिय शत्रुघ्न सिन्हा ही अंतिम अभिनेता थे, जो राज्य में लोकसभा चुनाव के लिए खड़े हुए थे और उन्होंने पटना सहिब निर्वाचन क्षेत्र से दो बार जीत दर्ज की थी। उसके बाद 2019 में उन्हें टिकट नहीं दिया गया लेकिन अब वह पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से फिर चुनाव लड़ रहे हैं।" इस बारे में लौरिया विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक विनय बिहारी ने भी अपने विचार साझा किए हैं। उन्होंने पीटीआई-भाषा को दिए इंटरव्यू में कहा, "यह सच है कि प्रमुख राजनीतिक दल बिहार से ही भोजपुरी अभिनेताओं/ गायकों को लेकसभा टिकट देने में थोड़ा हिचक रहे हैं। उन्हें (अभिनेताओ/गायकों) अन्य राज्यों से लोकसभा टिकट दिया जाता है, लेकिन बिहार से नहीं।"
2014 में शत्रुघ्न ने लड़ा था लोकसभा चुनाव
विनय बिहारी ने बताया कि शत्रुघ्न सिन्हा को साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने पटना साहिब लोकसभा सीट से उन्हें उम्मीदवार बनाया था। जिसमें शत्रुघ्न ने भारी मतों के साथ जीत दर्ज की थी। लेकिन, उनके बाद से आज तक किसी भी भोजपुरी अभिनेता या गायक को राज्य की लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी नहीं बनाया गया है। बिहारी ने कहा है कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में फिल्म निर्माता प्रकाश झा को पश्चिम चंपाराण सीट से जनता दल यूनाइटेड (जद-यू) ने प्रत्याशी बनाया था। उन्होंने कहा, " मैं इस दर्द को समझ सकता हूं। जब मैंने 2010 में लौरिया विधानसभा सीट से चुनाव जीता था, उस समय निर्दलीय उम्मदीवार के रूप में खड़ा हुआ था। इसके बाद मैं भाजपा में शामिल हो गया और 2015 और 2020 में जीत हासिल की। 2010 विधानसभा में कोई दल मुझे टिकट देने को तैयार नहीं था।"
Created On :   31 March 2024 6:19 PM IST