बंगाल पंचायत चुनाव: हाईकोर्ट ने उम्मीदवारों की सुरक्षा में प्रशासनिक विफलता पर मांगी रिपोर्ट
भट्टाचार्य ने सवाल किया, हत्यारों में से एक पकड़ा गया और उसने बताया है कि उसे कैनिंग (पूर्व) से तृणमूल विधायक शौकत मोल्ला ने 5,000 रुपये की सुपारी दी थी। सभी उम्मीदवारों के लिए आवश्यक सुरक्षा सुनिश्चित करने के अदालत के स्पष्ट निर्देश के बावजूद पुलिस के सामने ऐसा सुनियोजित हमला कैसे हो सकता है? इसके बाद जस्टिस मंथा ने कहा कि कोर्ट आम लोगों की जिंदगी को लेकर काफी चिंतित है। उन्होंने कहा, हालांकि, यह सुनिश्चित करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं दिख रहा है। यह क्या हो रहा है? मुझे लगा कि इन सबके बाद पुलिस ने भांगर पुलिस स्टेशन में एक आधिकारिक प्राथमिकी दर्ज की होगी। लेकिन ऐसा भी नहीं हुआ। यह अकल्पनीय है। राज्य पुलिस इस मामले में अदालत के स्पष्ट आदेश के बाद भी सुरक्षा सुनिश्चित करने में असमर्थ रही थी।
इसके बाद उन्होंने राज्य सरकार को निर्देश दिया कि वह न्यायालय को एक रिपोर्ट प्रस्तुत करे और बताए कि न्यायालय के स्पष्ट आदेश के बावजूद उम्मीदवार नामांकन दाखिल करने में असमर्थ क्यों हैं और इस मामले में विफल रहने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए।
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Created On :   16 Jun 2023 3:37 PM IST