भाषा विवाद: पवन कल्याण के बाद CM नायडू की आई प्रतिक्रिया, मातृभाषा को लेकर कही ये बड़ी बात

- देश में भाषा विवाद पर रस्साकशी जारी
- आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू की आई प्रतिक्रिया
- मातृभाषा को लेकर कही ये बड़ी बात
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में नई शिक्षा नीति के तीन भाषा विवाद को लेकर केंद्र सरकार और तमिलनाडु सरकार के बीच जमकर रस्साकशी देखने को मिल रही है। इस बीच अब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की भी प्रतिक्रिया सामने आ गई है। चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि जो लोग अपनी मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त करते हैं, वे दुनिया भर में सफलता हासिल कर रहे हैं।
तीन भाषा विवाद पर बोले चंद्रबाबू नायडू
इस दौरान मुख्यमंत्री नायडू ने इस धारणा को गलत ठहराया है। उन्होंने कहा कि केवल अंग्रेजी भाषा में ही ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हिंदी और अंग्रेजी दोनों का अपना महत्व है इसे सीखना चाहिए।
आंध्र प्रदेश विधानसभा में भाषण के दौरान सीएम नायडू ने कहा, "भाषा केवल संवाद का माध्यम है। ज्ञान भाषा से नहीं आता। मातृभाषा में पढ़ाई करने वाले लोग भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफल हो रहे हैं।" इस दौरान उन्होंने कहा कि मातृभाषा में शिक्ष प्राप्त करना सरल होता है। इससे छात्रों की समझने और सीखने की क्षमता बेहतर होती है।
पवन कल्याण ने स्टालिन सरकार को लगाई थी फटकार
बता दें, हाल ही में आंध्र प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और जनसेना पार्टी के चीफ पवन कल्याण ने भाषा विवाद पर प्रतिक्रिया दी थी। इसके बाद अब नायडू की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा, "भाषा नफरत फैलाने के लिए नहीं होती। आंध्र प्रदेश में मातृभाषा तेलुगु है। हिंदी राष्ट्रीय भाषा है, और अंग्रेजी अंतरराष्ट्रीय भाषा है।" उन्होंने यह भी कहा कि "राष्ट्रीय भाषा सीखने से दिल्ली में हिंदी में बातचीत करना आसान हो जाता है।"
इस दौरान सीएम नायडू ने मातृभाषा को महत्व देने और साथ ही अधिक से अधिक भाषाएं सीखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आजीविका और करियर के लिए अंग्रेजी और अन्य भाषाएं सीखना महत्वपूर्ण है, लेकिन इसके लिए मातृभाषा को छोड़ना नहीं चाहिए।
इतना ही नहीं, बल्कि नायडू ने सभी से भाषा को लेकर अनावश्यक राजनीति से दूर रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि हर भाषा की अपनी अहमियत है, और ज्यादा भाषाएं सीखना हमेशा फायदेमंद होता है।
Created On : 17 March 2025 2:17 PM