Coronavirus: कोरोना के चलते ऑनलाइन होगा नेशंस कप चेस टूर्नामेंट, विश्वनाथन आनंद और गैरी कास्परोव जैसे दिग्गज खिलाड़ी भी हिस्सा लेंगे
डिजिटल डेस्क। कोरोनावायरस (Coronavirus) के कारण दुनियाभर में लगभग सभी स्पोर्ट्स इवेंट्स स्थगित या रद्द कर दिए गए हैं। इस बीच सिर्फ शतरंज (CHESS) एक मात्र ऐसा खेल है, जो घरों में या फिर ऑनलाइन खेला जा रहा है। कोरोनावायरस लॉकडाउन (Coronavirus Lockdown) की स्थिति में अब इंटरनेशनल चेस फेडरेशन (FIDE) और चेस.कॉम ने ऑनलाइन नेशंस कप चेस टूर्नामेंट (online Nations Cup chess tournament) आयोजित करने का फैसला किया है। FIDE ने घोषणा की है कि, ऑनलाइन नेशंस कप में छह टीमें हिस्सा लेंगी। यह टूर्नामेंट 5 से 10 मई तक खेला जाएगा। इस टूर्नामेंट में पूर्व वर्ल्ड चैंपियन विश्वनाथन आनंद (Viswanathan anand) भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करेंगे।
टूर्नामेंट की इनामी राशि 180,000 डॉलर (करीब 1.38 करोड़ रुपए) है
FIDE ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर बताया कि, इस टूर्नामेंट की इनामी राशि 180,000 डॉलर (करीब 1.38 करोड़ रुपए) है। चेस से संन्यास ले चुके दिग्गज गैरी कास्परोव और व्लादिमीर भी इस टूर्नामेंट में खेलेंगे। टूर्नामेंट में गैरी यूरोप और व्लादिमीर भारतीय टीम के कप्तान होंगे। कभी इन दोनों के प्रतिद्वंद्वी रहे आनंद भारत की तरफ से पहले बोर्ड पर खेलेंगे। टूर्नामेंट में दुनिया भर के टॉप चेस खिलाड़ियों के भाग लेने की संभावना है।
कोरोनावायरस के कारण जर्मनी में फंसे हुए हैं आनंद
इस टूर्नामेंट में पहले राउंड में 6 टीमें डबल राउंड रोबिन में एक दूसरे से भिड़ेंगी। यह मुकाबले 9 मई तक खेले जाएंगे। इसके बाद अंक तालिका में टॉप पर रहने वाली 2 टीमें 10 मई को सुपर फाइनल में भिड़ेंगी। हर एक खिलाड़ी को 25 मिनट और एक्स्ट्रा टाइम के तौर पर 10 सेकंड दिए जाएंगे। FIDE के जनरल डायरेक्टर इमिल सुतोव्स्की ने कहा कि, टूर्नामेंट में दुनिया की कई दिग्गज महिला खिलाड़ियों ने भी हिस्सा लेने की इच्छा जताई है। बता दें कि, 5 बार के वर्ल्ड चेस चैंपियन विश्वनाथन आनंद कोरोनावायरस लॉकडाउन और उड़ान सेवाएं रद्द होने के कारण जर्मनी में फंसे हुए हैं। वह बुंदेसलीगा चेस टूर्नामेंट खेलने के लिए फरवरी में जर्मनी गए थे।
इंटरनेट पर शतरंज खेलना काफी मजेदार
आनंद का मानना है कि, ऑनलाइन माध्यम का सहारा लेकर शतरंज दुनियाभर में कोरोनावायरस के कारण हुए लॉकडाउन से काफी अच्छी तरह सामंजस्य बैठाने में सफल रहा है। आनंद ने साथ ही कहा कि, दो महीने से जर्मनी में फंसे होने के कारण वह भी ऑनलाइन माध्यम से ही अपने परिवार के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा, पहले भी इंटरनेट पर काफी शतरंज होता था। इसलिए पूरी तरह से ऑनलाइन प्रक्रिया से सामंजस्य बैठाना तुलनात्मक रूप से आसान है। इंटरनेट पर शतरंज खेलना काफी मजेदार होता है।
Created On :   22 April 2020 12:55 PM IST