यूपी में बाघ-भेड़िया का आतंक: बच्चे और बुजुर्गों को अपना शिकार बना रहे आदमखोर, निगल चुके 13 जिंदगियां, पकड़ने में अब तक नाकाम रहा शासन

बच्चे और बुजुर्गों को अपना शिकार बना रहे आदमखोर, निगल चुके 13 जिंदगियां, पकड़ने में अब तक नाकाम रहा शासन
  • यूपी के दो जिलों में बाघ और भेड़िया का आतंक
  • 13 लोगों की ले चुके जान
  • रात-रात भर जाकर पहरा दे रहे लोग

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर और बहराइच में आदमखोर जमकर आतंक मचा रहे हैं। लखीमपुर में बाघ और बहराइच में भेड़िए कई लोगों की जान ले चुके हैं। लोगों के अंदर इनका डर इस कदर समा चुका है कि वो रात होने से पहले ही अपने घरों में बंद हो जाते हैं और बाहर नहीं निकलते। ये आदमखोर जानवर सबसे ज्यादा बुजुर्ग और बच्चों को अपना शिकार बना रहे हैं।

सबसे पहले बात करते हैं लखीमपुर की, जहां एक बाघ ने आतंक मचा रखा है। वो कभी रात के अंधेरे तो कभी दिन के उजाले में रहवासी इलाकों में घुस रहा है और लोगों को अपना निवाला बना रहा है। जानकारी के मुताबिक बाघ गन्ने के खेतों में छुपा हुआ है और लोगों को अपना निशाना बना रहा है। बीते एक महीने के अंदर ही उसने चार लोगों को मार डाला है जबकि कई को घायल कर दिया है। कुछ ही दिनों पहले उसने खेत में काम रहे किसान पर हमला कर उसे मार डाला। जिसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने चक्का जाम कर शासन प्रशासन से कार्रवाई करने की मांग की। जिसके बाद वन विभाग टीमें बाघ पकड़ने के लिए उस इलाके में एक्टिव हैं।

बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम अब तक लाखों जतन कर चुकी है। लेकिन, अभी तक उसे पकड़ने में असफल रही है। टीम ने बाघ को कैद करने के लिए पिंजरा लगाया है। उसमें उन्होंने बाघ को आकर्षित करने के लिए एक बकरी भी बांध रखी है। साथ ही पिंजरे की जगह को नेचुरल दिखाने के लिए उसके आसपास झाड़ियां भी लगा दी हैं। लेकिन अभी भी बाघ उनकी पकड़ में नहीं आया है। इलाके के लोग अभी भी खौफजदा हैं। जानकारी के मुताबिक जिले के 50 गांव में ड्रोन और कैमरों की मदद से बाघ की मूवमेंट देखी गई है।

बहराइच में भेड़ियों का आतंक

वहीं यूपी के एक और जिले बहराइच में इन दिनों भेड़ियों का आतंक मचा हुआ है। यहां बीते एक से डेढ़ महीने से लगभग 50 गांवों में भेड़ियों के डर से हजारों ग्रामीणों की नींद उड़ी हुई है। लोग डर में हैं कि पता नहीं कहां से भेड़िया आ जाए और उनके बच्चों को उठाकर ले जाए। लोग भेड़ियों से अपने घरवालों की रक्षा के लिए रात-रात भर जागकर पहरा लगा रहे हैं। पटाखे फोड़ रहे हैं ताकि भेड़िया इंसानी आबादी से दूर रहे। जानकारी के मुताबिक कतर्निया घाट वाइल्ड लाइफ सैंचुरी के जंगलों से आए इन भेड़ियों ने 8 बच्चों समेत अभी तक 9 लोगों की जान ले ली है। ताजा मामला महसी तहसील के नऊन गरेठी गांव का है जहां भेड़ियों ने झुंड में मां के पास सो रही एक तीन साल की बच्ची पर हमला किया और उसे उठाकर ले गए। कुछ समय बाद उस मासूम की लाश गांव के बाहर झाड़ियों में क्षत-विक्षत अवस्था में मिली।

एक्सपर्ट्स का कहना है कि भेड़ियों का गांव की तरफ आने का कारण घाघरा नदी में आई बाढ़ है। दरअसल, बारिश की वजह से घाघरा नदी उफान पर है जिसकी वजह से भेड़ियों के रहने का एक बड़ा इलाका पानी में डूब चुका है जिसकी वजह से वो गांव की तरफ खाने की तलाश में आ रहे हैं।

Created On :   3 Sept 2024 8:51 PM IST

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