बीपीएससी एग्जाम प्रोटेस्ट: BPSC कैंडिडेट्स पर लाठीचार्ज के बाद राहुल गांधी ने तोड़ी चुप्पी, दिया एकलव्य के अंगूठे का उदाहरण

BPSC कैंडिडेट्स पर लाठीचार्ज के बाद राहुल गांधी ने तोड़ी चुप्पी, दिया एकलव्य के अंगूठे का उदाहरण
  • राहुल गांधी की BPSC एग्जाम प्रोटेस्ट पर प्रतिक्रिया
  • एनडीए पर साधा जोरदार निशाना
  • पुलिस ने अभ्यार्थी पर की थी लाठीचार्ज

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार की राजधानी पटना में 70वीं बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का धरना प्रदर्शन जारी है। इस सिलसिले में बुधवार (25 दिसंबर) को पुलिस ने कैंडिडेट्स पर लाठीचार्ज किया। जिसके बाद विपक्षी नेता नीतीश सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं। इस कड़ी में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने एनडीए (NDA) पर कड़ा प्रहार किया है। सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार (26 दिसंबर) को कहा कि नीतीश सरकार अपनी नाकामी को छुपाने के लिए छात्रों पर लाठियां बरसा रहे हैं।

आपको बता दें कि, राहुल गांधी से पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव (आरजेडी) और आरजेडी के सांसद मनोज झा ने लाठीचार्ज की निंदा की थी।

राहुल गांधी ने साधा एनडीए पर निशाना

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कहा, ''मैंने संसद में कहा था कि जिस तरह एकलव्य का अंगूठा कटवाया गया था उसी तरह पेपर लीक करवाकर युवाओं का अंगूठा काटा जाता है। इसका ताजा उदाहरण बिहार है। BPSC अभ्यार्थी पेपर लीक के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं और एग्जाम को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। लेकिन NDA की सरकार अपनी नाकामी को छुपाने के लिए उल्टा छात्रों पर ही लाठी चार्ज करवा रही है। यह बेहद शर्मनाक और निंदनीय है। छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम उनके साथ हैं और उन्हें न्याय दिलाने के लिए लड़ेंगे।

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लालू यादव ने क्या कहा?

लालू यादव ने कहा कि कैंडिडेट्स पर पुलिस को लाठीचार्ज नहीं करना चाहिए था, यह सही नहीं है।

सांसद झा ने सरकार को घेरा

राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा ने भी इस मामले पर आज अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि- सबूत हैं कि कई जगहों पर 50-45 मिनट लेट से परीक्षा ली गई लेकिन वक्त पर पेपर ले लिया गया। क्या से अन्याय नहीं है? क्या इसे गलत ना माने? वे शांतिपूर्ण तरीके से बैठे हुए हैं और आप जाकर इस प्रकार लाठीचार्ज कर रहे हैं जैसे वे सरहद पर हैं। वे आपके दुश्मन नहीं हैं। आज के समय अगर आपातकाल जैसे प्रदर्शन होने लगे तो क्या निजाम उसे स्वीकार करेगा? सरकार चला कौन रहा है? क्या भाजपा ने वहां अधिकारियों के माध्यम से कब्जा कर लिया है? सरकार को छात्रों की मांग पर विचार करना चाहिए और इस प्रकार की हरकतों से बाज आना चाहिए।

Created On :   26 Dec 2024 4:38 PM IST

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