आर्थिक स्थिति पर बोले सुशील मोदी-हर साल सावन-भादो में रहती है मंदी
- आर्थिक मंदी को लेकर सुशील मोदी ने कहा
- सावन-भादो में हर साल मंदी रहती है
- पहली तिमाही में विकास दर 5.8 फीसदी से घटकर 5 फीसदी हो गई है
डिजिटल डेस्क, पटना। देश की आर्थिक स्थिति को लेकर बिहार के उप-मुख्यमंत्री और राज्य के वित्त मंत्री सुशील मोदी ने अजीब टिप्पणी की है। विकास दर 5.8 फीसदी से घटकर 5 फीसदी हो गई है और सुशील मोदी का कहना है कि हर साल ही सावन-भादो के महीने में मंदी रहती है।
दरअसल जीडीपी के ताजा आंकड़े मंदी की ओर इशारा कर रहे हैं। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आर्थिक विकास की दर सात साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच चुकी है। एक साल में ही जीडीपी में 3 प्रतिशत की गिरावट हुई है, लेकिन बिहार के डिप्टी सीएम मानते हैं कि मंदी का शोर मचाकर कुछ लोग चुनाव में हार की खीझ उतार रहे हैं।
केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए 32 सूत्री राहत पैकेज की घोषणा और 10 छोटे बैंकों के विलय की पहल से लेंडिंग कैपिसिटी बढ़ाने जैसे जो चौतरफा उपाय किये हैं, उनका असर अगली तिमाही में महसूस किया जाएगा।
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) September 1, 2019
वैसे तो हर साल सावन-भादो में मंदी रहती है, लेकिन इस बार....... pic.twitter.com/6pu1xkqzWP
सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा, अमूमन हर साल सावन-भादो में अर्थव्यवस्था में मंदी रहती है, लेकिन इस बार कुछ राजनीतिक दल इस मंदी का ज्यादा शोर मचा कर चुनावी पराजय की खीझ उतार रहे हैं। बता दें कि सावन और भादो हिन्दू कैलेंडर का पांचवां और छठनां महीना है। इस महीने में हिन्दू मान्यताओं के मुताबिक नये सामानों की खरीद नहीं होती है और न ही नया काम शुरू किया जाता है।
सुशील मोदी ने कहा, आर्थिक मंदी को लेकर चिंता करने की बात नहीं है क्योंकि केंद्र सरकार कई उपाय कर रही है। केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए 32 सूत्री राहत पैकेज की घोषणा की है और 10 छोटे बैंकों के विलय की पहल की है। सरकार के इन उपायों का असर अगली तिमाही में होगा। सुशील मोदी ने ये भी कहा कि बिहार में मंदी का खास असर नहीं है, इसलिए वाहनों की बिक्री नहीं घटी है। सरकार जल्द ही तीसरा पैकेज घोषित करने वाली है।
Created On :   2 Sept 2019 10:57 AM IST