पुलवामा के शहीदों के लिए 110 करोड़ रुपए देंगे कोटा के मुर्तजा अली

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पुलवामा के शहीदों के लिए 110 करोड़ रुपए देंगे कोटा के मुर्तजा अली
पुलवामा के शहीदों के लिए 110 करोड़ रुपए देंगे कोटा के मुर्तजा अली

डिजिटल डेस्क, कोटा। मुंबई में साइंटिस्ट के तौर पर काम करने वाले मुर्तजा अली ने पुलवामा हमले में शहीद हुए शहीदों के परिवार को 110 करोड़ रुपए की सहायता देने की पेशकश की है। इस पैसे को वो प्रधानमंत्री राहत कोष में देना चाहते हैं, जिसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के लिए समय मांगा है। उन्होंने पीएमओ को मेल कर मिलने का समय मांगा है, जहां से उन्हें 2-3 दिन में मीटिंग फिक्स किए जाने का जवाब आया है। 

मुर्तजा अपी टैक्सेबल इनकम से 110 करोड़ रुपए देने वाले हैं। मुर्तजा ने कहा कि पुलवामा घटना में भारत ने अपने 40 जवानों को खोया है। शहीदों के परिजनों की मदद करने के लिए मैंने राष्ट्रीय राहत कोष में पैसे देने का मन बनाया है। पीएमओ में उनका मेल पहुंचने के बाद राहत कोष के डिप्टी सेक्रेटरी अग्नि कुमार दास ने उनकी प्रोफाइल मांगी थी, जिसके बाद मुर्तजा ने पैन कार्ड सहित अपनी पूरी प्रोफाइल पीएमओ को मेल कर दी है। 

मुर्तजा ने बताया कि वो प्रधानमंत्री से मिलकर उन्हें 110 करोड़ रुपए का चेक देंगे। वो पीएम से कुछ नई तकनीकी योजनाओं के बारे में भी बात करेंगे, जिससे समाज को फायदा मिल सके। मुर्तजा का कहना है कि 110 करोड़ रुपए देने की कागजी कार्रवाई उनकी तरफ से पूरी कर ली गई है, वो पीएमओ के आदेश पर डीडी या चेक से भुगतान करेंगे। 


देख नहीं सकते मुर्तजा, नई तकनीकों पर कर रहे काम
मुर्तजा जन्म से ही नेत्रहीन हैं, उन्होंने कोटा के कॉमर्स कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है, उनका ऑटोमोबाइल का पुश्तैनी बिजनैस था, लेकिन नेत्रहीन होने के कारण उसमें लगातार घाटा हो रहा था, जिसके बाद उन्होंने डिश टीवी और मोबाइल के क्षेत्र में काम किया। मुर्तजा किसी काम से 2010 में जयपुर गए थे, यहां जब वो पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरवा रहे थे, इस दोरान ही एक युवक ने अपना मोबाइल रिसीव किया, जिसके बाद वहां आग लग गई। इस घटना की वजह जानने के लिए उन्होंने स्टडी शुरू की और फ्यूल बर्न रेडिएशन तकनीक इजाद की। इस तकनीक के जरिए बिना जीपीएस, कैमरे या किसी भी उपकरण के किसी भी वाहन को ट्रेस किया जा सकता है, इस काम के लिए उन्हें एक कंपनी से अच्छी खासी रकम मिली है।

 

 

 

 

Created On :   3 March 2019 7:42 PM GMT

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