Pulwama Attack: पुलवामा हमले की पहली बरसी आज, हमले से सबक लेकर CRPF ने किए बड़े बदलाव
- आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे
- पुलवामा हमले की पहली बरसी आज
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पिछले साल पुलवामा (Pulwama) में 14 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर ने सीआरपीएफ (CRPF) के काफिले पर हमला किया था। इस आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए। पुलवामा हमले (Pulwama Attack) के 12 दिन बाद भारत ने बड़ी कार्रवाई की थी। 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने बालाकोट (Balakot) में घुसकर एयरस्ट्राइक(Airstrike) को अंजाम दिया। इसके अगले दिन पाकिस्तान(Pakistan) ने भारत में घुसपैठ की कोशिश की। इस दौरान पाक विमान F-16 को गिराने के बाद भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान(Abhinandan Varthaman) पाकिस्तान पहुंच गए। उन्हें पाक सेना ने हिरासत में ले लिया था।
जवाहर टनल से श्रीनगर तक नेशनल हाईवे पर अलग-अलग जगहों पर सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल किए जा रहे हैं, ताकि सुरक्षाबल हर तरीके से मूवमेंट पर नजर बनाए रखे। वहीं काफिले में गाड़ियों की संख्या कम कर दी गई है। इसके अलावा बुलेट प्रूफ एंटीमाईन व्हीकल की संख्या और क्रिटिकल सिचुएशन रिसपोन्स व्हीकल को बढ़ा दिया गया है।
हालांकि काफिले में अब भी सीआरपीएफ से जुड़े उपकरण और महत्वपूर्ण सामान को लाया जाता है। सीआरपीएफ ने एंटी सैबोटोज टीम की संख्या बढ़ा दी है। खतरे को देखते हुए सीआरपीएफ ने कॉन्वॉय मूवमेंट के समय लिंक रोड को बंद करने का आदेश दिया है।
पुलवामा घटना से सबक लेकर कई बड़े बदलाव किए गए। जैसे अब सीआरपीएफ के जवानों को काफिले में ना ले जाकर हवाई जहाज में भेजा जाता है। सीआरपीएफ के जवानों को एयर इंडिया की फ्लाइट में दिल्ली से आने-जाने की फ्री सुविधा है। वहीं सप्ताह में तीन दिन जम्मू से श्रीनगर और श्रीनगर से जम्मू एयर इंडिया की फ्लाइट चलती है।
भारत सरकार और अंतरराष्ट्रीय दबाव पर पाकिस्तान ने अभिनंदन को छोड़ दिया। 1 मार्च को विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान भारत वापस लौट आए, लेकिन इन सबके के बावजूद पुलवामा हमले को लेकर कई सवाल भी खड़े हुए। घटना से पहले इंटेलिजेंस इनपुट मिले थे, जिसे अनदेखा किया गया।
Created On :   14 Feb 2020 2:40 AM GMT