Monsoon Session 2021: विपक्ष के हंगामे के बीच लोकसभा और राज्यसभा स्थगित, पारित हुआ Inland Vessels Bill 2021
- संसद का मानसून सत्र दूसरे सप्ताह भी जारी
- संसद के दोनों सदनों में विपक्षी दलों का जोरदार हंगामा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मानसून सत्र का 9वां दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। संसद के दोनों सदन लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष ने पेगासस जासूसी मामले को लेकर जमकर हंगामा किया। जिसकी वजह से गुरूवार को भी सदन की कार्यवाही बाधित होती रही। हंगामे के बीच जहाजरानी मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने Inland vessels bill 2021 पेश किया। जो लोकसभा में पारित हो गया है। इस बिल के पारित होने के बाद लोकसभा की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। इसके साथ ही एयरपोर्ट इकोनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया बिल, 2021 लोकसभा में पारित हो गया है। वहीं, राज्यसभा की कार्यवाही हंगामे के चलते कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
सदन के मानसून सत्र को लेकर सत्ता पक्ष का कहना है कि विपक्ष सदन को नहीं चलने दे रहा है। वहीं, विपक्ष का कहना है कि सत्ता पक्ष सदन में उनकी आवाज को दबा रहा है। सत्ता पक्ष अपने हिसाब से सदन को चलाना चाहता है। आज एक बार फिर सदन की कार्यवाही हंगामे के साथ शुरू हुई। विपक्ष पेगासस मुद्दे पर केन्द्र सरकार को लगातार घेर रहा है। विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि जब सदन में पेगासस मुद्दे पर चर्चा की जा रही है तो ऐसे समय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को उपस्थित रहना चाहिए। वहीं, आज मोदी सरकार बुधवार को लोकसभा में पेपर फाड़ने वाले विपक्ष के दस सांसदों को निलंबित करने का प्रस्ताव रखेगी।
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- सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा की BAC में सदन चलाने पर सहमति नहीं बन पाई है। लोकसभा डेडलॉक बना रहेगा। विपक्ष की तरफ़ खासकर कांग्रेस और टीएमसी ने Pegasus मामले में सदन में चर्चा की बात कही है।
- लोकसभा में नारेबाजी के बीच नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एयरपोर्ट इकोनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया बिल, 2021 पेश किया है।
- विपक्ष के हंगामे पर नाराज हुए लोकसभा अध्यक्ष, कार्रवाई की दी चेतावनी
लोकसभा में बीते बुधवार को विपक्षी सदस्यों की ओर से आसन की तरफ पर्चा फेंके जाने की घटना को गंभीरता से लेते हुए स्पीकर ओम बिरला ने गुरुवार को नसीहत दी। उन्होंने दो टूक शब्दों में सांसदों को समझाया कि अगर सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली घटनाओं की पुनरावृति होती है तो फिर उन्हें मजबूरन ठोस कार्रवाई करने लिए मजबूर होना पड़ेगा। - गुरुवार को विपक्ष के हंगामे के कारण पहले सदन की कार्यवाही 11:30 बजे तक स्थगित हुई, फिर 12:30 बजे और बाद में 2 बजे तक के लिए सदन स्थगित हुआ। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कल की घटना पर नाराजगी और दु:ख जाहिर करते हुए कहा, कल की सदन में हुई घटना से मुझे अत्यंत पीड़ा हुई है। आसन पर पर्चे फेंकना,आसन की अवमानना करना, हमारी संसदीय परम्पराओं के अनुरूप नही हैं। हम संसद की गरिमा का ध्यान नहीं रखेंगे तो हमारा संसदीय लोकतंत्र कैसे मजबूत होगा?
- ओम बिरला ने कहा, मेरी कोशिश होती है कि सभी सदस्यों को बोलने का पयाप्त समय दूं और पूरा सम्मान दूं। क्या आप कल की घटना को संसदीय गरिमा के अनुरूप मानते हैं? हम इसे लोकतंत्र का मंदिर मांगते हैं। सदन सबके साथ न्याय करेगा। हम सबको सामूहिक निर्णय करना होगा कि कैसे सदन की गरिमा और सम्मान बढ़ा सकें? लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि पूरे विश्व में भारत का लोकतंत्र सबसे सशक्त है।
- मैं आपसे एक बार और कहना चाहता हूं कि आप व्यक्ति नहीं संस्था हैं। आप लाखों लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं। ओम बिरला ने चेतावनी देते हुए कहा, लगातार सदस्य घटनाओं की पुनरावृति करते हैं। अगर संसद और सदन की गरिमा को ठेस पहुँचाने वाली घटनाओं की पुनरावृति होती है तो मुझे सख्त कार्रवाई करनी पड़ेगी, ताकि सदन की गरिमा बनी रहे।
- शिरोमणि अकाली दल ने किसानों के मुद्दे पर संसद में प्रदर्शन किया। इस दौरान हरसिमरत कौर बादल (SAD) ने कहा, "9 दिनों से मैं रोज़ स्थगन प्रस्ताव दे रही हूं। अगर सरकार चर्चा चाहती तो स्थगन प्रस्ताव स्वीकार करके समय देती। ये अन्नदाता विरोधी सरकार है।"
- लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के संबोधन पर हंगामा शुरू हो गया, जिसके बाद कार्यवाही 11.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं राज्यसभा में जोरदार नारेबाजी के कारण सदन 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
- विपक्ष द्वारा सदन में पेगासस मामले पर चर्चा की मांग पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, राज्यसभा में हमारे मंत्री का सुओ मोटो स्टेटमेंट था, राज्यसभा में स्टेटमेंट देने के बाद चर्चा होती है। उन्होंने मंत्री जी का वो पेपर क्यों फाड़ा? इसका मतलब वे चर्चा चाहते ही नहीं।
- विपक्षी सांसदों के विरोध के बीच राज्यसभा दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
- कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम चाहते हैं कि पेगासस मुद्दे पर चर्चा हो और उनमें प्रधानमंत्री और गृह मंत्री उपस्थित रहें। अगर चर्चा करने दिए तो सदन चलेगा अगर चर्चा नहीं करने दिए तो रूक जाएगा। हम ऑल पार्टी मीटिंग बुलाए हैं, इसमें सभी मिलकर निर्णय लेंगे।
- कांग्रेस नेता अधीरंजन चौधरी ने कहा, भाजपा खुद लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा रही है। अगर ऐसा नहीं है तो पेगासस मुद्दे पर चर्चा करने में उनको किस बात का डर है। विपक्ष ने बार-बार गुहार लगाई है कि इसपर पहले चर्चा की जाए।
दिल्ली: तेल की बढ़ी कीमतों को लेकर कांग्रेस नेता रिपुन बोरा साइकल चलाकर पार्लियामेंट पहुंचे।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 29, 2021
उन्होंने कहा, "तेल की बढ़ी कीमतों से लोग परेशान है, इसे लेकर सभी विपक्षी दल संसद में चर्चा करना चाहते हैं। हर दिन संसद को स्थगित किया जा रहा है। आज भी हम संसद में अपने मुद्दे उठाएंगे।" pic.twitter.com/x7QN2drjVh
- राहुल गांधी का मोदी सरकार पर निशाना
हमारे लोकतंत्र की बुनियाद है कि सांसद जनता की आवाज़ बनकर राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर चर्चा करें।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 29, 2021
मोदी सरकार विपक्ष को ये काम नहीं करने दे रही।
संसद का और समय व्यर्थ मत करो- करने दो महंगाई, किसान और #Pegasus की बात!
- पेगासस मामले को लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने कहा, ऐसे में बीएसपी माननीय सुप्रीम कोर्ट से यह अनुरोध करती है कि वह देश में इस बहुचर्चित पेगासस जासूसी काण्ड के मामले में खुद ही संज्ञान लेकर इसकी जाँच अपनी निगरानी में कराये ताकि इसको लेकर सच्चाई जनता के सामने आ सके।
1. संसद का चालू मानसून सत्र देश, जनहित व किसानों आदि के अति-जरूरी मुद्दों पर सरकार व विपक्ष के बीच अविश्वास व भारी टकराव के कारण यह सत्र सही से चल नहीं पा रहा है। पेगासस जासूसी काण्ड भी काफी गरमा रहा है, फिर भी केन्द्र इस मुद्दे की जाँच कराने को तैयार नहीं। देश चिन्तित। 1/2
— Mayawati (@Mayawati) July 29, 2021
- संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विपक्ष के हंगामे पर कहा कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा करने को तैयार है। प्रधानमंत्री ने खुद कहा था कि हम हर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं, लेकिन विपक्ष को चर्चा से कोई मतलब नहीं है, बहस से कोई मतलब नहीं है। वो तो सिर्फ सदन नहीं चलने देना चाहता है, हंगामा करना चाहता है। जरूरी कामकाज, जनता के मुद्दे पर चर्चा विपक्ष नहीं चाहता है।
Created On :   29 July 2021 11:29 AM IST