संसद प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से की मुलाकात
- भारत और मंगोलिया में सांस्कृतिक संबंध साझेदारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मंगोलिया के स्टेट ग्रेट होरल के अध्यक्ष गोम्बोजव जदानशतर के नेतृत्व में मंगोलिया के एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। राष्ट्रपति ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए कहा कि भारत और मंगोलिया सभ्यता, ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संबंध साझा करते हैं।
राष्ट्रपति भवन से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है लोकतंत्र और स्वतंत्रता के सामान्य मूल्य और आदर्श हमारे संबंधों को मजबूत करते हैं। मंगोलिया के तीसरे पड़ोसी और आध्यात्मिक पड़ोसी के रूप में भारत मंगोलिया के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने के लिए सहयोग जारी रखना चाहता है।
यह विश्वास व्यक्त करते हुए कि इस यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों में जीवंतता आएगी, राष्ट्रपति ने कहा कि बौद्ध धर्म भारत और मंगोलिया के बीच एक विशेष संपर्क-सूत्र है। उन्होंने कहा कि भारत के राष्ट्रीय पाण्डुलिपि मिशन ने मंगोलियाई कांजुर पांडुलिपियों की छपाई का कार्य किया है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत गंडन मठ में बौद्ध पांडुलिपियों के डिजिटलीकरण के लिए सहायता प्रदान कर रहा है।
जलवायु परिवर्तन के वैश्विक मुद्दे के बारे में राष्ट्रपति ने कहा कि जलवायु परिवर्तन का प्रभाव विशेष रूप से हमारे जैसे विकासशील देशों पर अधिक होगा। कोविंद ने कहा यह जरूरी है कि हम इस साझा चुनौती से निपटने के लिए मिलकर काम करें। विज्ञप्ति में कहा गया है कि राष्ट्रपति को यह जानकर खुशी हुई कि मंगोलिया ने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन में शामिल होने का फैसला किया है।
राष्ट्रपति ने मंगोलिया में भारत द्वारा शुरू की गई विकास परियोजनाओं की चर्चा करते हुए मंगोलिया में तेल रिफाइनरी परियोजना की प्रगति पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि यह भारत-मंगोलिया सहयोग और उनकी रणनीतिक साझेदारी का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि भारत इसे समय पर पूरा करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है क्योंकि इससे मंगोलिया की ऊर्जा सुरक्षा में काफी वृद्धि होगी।
(आईएएनएस)
Created On :   2 Dec 2021 12:30 AM IST