निर्भया केस: फांसी से बचने नया हथकंडा, वकील का दावा- विनय को दिया धीमा जहर
- दोषियों को फांसी देने के लिए डेथ वारंट जारी हो चुका है
- वकील का दावा- पवन से साथ हुई मारपीट
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पटियाला हाउस कोर्ट में निर्भया मामले के दोषियों की याचिका पर आज (शनिवार) सुनवाई हुई। याचिका में तिहाड़ जेल प्रशासन पर उनके कागज समय पर प्रस्तुत नहीं करने का आरोप लगाए गए। सरकारी अधिवक्ता ने अदालत को बताया कि तिहाड़ जेल प्रशासन ने संबंधित दस्तावेज पहले ही दाखिल कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ देरी करने के लिए गुनहगार यह कदम उठा रहे हैं। वहीं तीन दोषियों के वकील ए.पी. सिंह ने तिहाड़ जेल को यह निर्देश देने का आग्रह किया कि विनय कुमार शर्मा, पवन सिंह और अक्षय कुमार सिंह की बाकी कानूनी औपचारिकताएं करने के लिए जरूरी दस्तावेज उपलब्ध कराए जाएं।
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विनय को दिया धीमा जहर
वहीं दोषियों के वकील ए.पी. सिंह ने आरोप भी लगाया कि विनय शर्मा धीमा जहर दिया गया था। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन कोई मेडिकल रिपोर्ट नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि सितंबर 2013 में जेल के अंदर पवन के साथ मारपीट की गई थी। इसके बाद उसे 18 टांके लगे थे।
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जेल अधिकारी नहीं दे रहे दस्तावेज
वकील ने आरोप लगाया कि तिहाड़ जेल के अधिकारी कुछ दस्तावेज नहीं दे रहे। इस कारण उन्हें दया याचिका दायर करने में देरी हो रही है। ए.पी. सिंह ने कहा कि जेल अधिकारियों ने वे दस्तावेज अभी तक नहीं दिए जो विनय शर्मा की दया याचिका और अक्षय व पवन सिंह के सुधारात्मक याचिका दायर करने के लिए जरूरी है। बता दें चारों दोषियों को एक फरवरी को सुबह 6 बजे फांसी होनी है।
Created On :   25 Jan 2020 7:33 AM GMT