महाराष्ट्र में महाभारत : संजय राउत बोले- दोस्ती उनसे बनाओ जो निभाने की औकात रखते हो
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद सियासत गर्मा गई है। मुख्यमंत्री पद को लेकर सहयोगी पार्टी बीजेपी और शिवसेना एक दूसरे के विरोधी हो गए है। दोनों ही पार्टियां सरकार बनाने के लिए दूसरे विकल्प तलाशनें जुट गई है। वहीं एक दूसरे पर हमला करने से जरा भी नहीं चूक रही है। इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने बीजेपी का नाम लिए बिना उस पर तंज कसा है। उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर किया है। पोस्ट में लिखा है कि, दोस्ती उन्हीं से बनाओ जो निभाने की औकात रखते हों। इससे पहले रविवार को संजय राउत ने दावा किया था कि 170 से ज्यादा विधायक शिवसेना के समर्थन में है।
अजित पवार को किया मैसेज
संजय राउत ने एनसीपी नेता अजित पवार को मैसेज भी किया है। रविवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कार्यालय में अजित एक बैठक कर रहे थे उसी समय राउत ने अजित को मोबाइल पर मैसेज किया। पत्रकारों से बातचीत में अजित ने कहा कि राउत ने मुझे मैसेज किया है मुझे नहीं मालूम कि उन्होंने मुझे मैसेज क्यों किया। राउत ने मैसेज में लिखा है कि नमस्कार, जय महाराष्ट्र मैं संजय राउत। इसका मतलब है कि वे मुझसे बातचीत करना चाहते हैं। अब मैं उनसे फोन करके पूछूंगा कि आपने मुझे मैसेज क्यों किया।
शरद पवार से मिले राज ठाकरे
राज्य में सरकार बनाने को लेकर चल रही उठापटक के बीच मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने शरद पवार से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत का खुलासा नहीं हो सका है। हाल के समय में पवार और राज ठाकरे एक दूसरे के करीब आए हैं। विधानसभा चुनाव में राकांपा राज ठाकरे से गठबंधन करना चाहती थी लेकिन कांग्रेस के विरोध के चलते ऐसा नहीं हो सका।
एनसीपी का इनकार
इससे पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने साफ कह दिया कि उनकी पार्टी विपक्ष में बैठेगी। उन्होंने कहा कि जनता ने हमें विपक्ष के लिए चुना है। हम विपक्ष में बैठेंगे। पवार ने नासिक में पत्रकारों से बातचीत में सीएम पद के बंटवारे को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच चल रहे गतिरोध को बचकाना बताया। वहीं संजय राउत से मुलाकात पर उन्होंने कहा कि राउत मुझसे मिले थे, लेकिन शिवसेना के बारे में कोई बात नहीं हुई।
शिवसेना को दें समर्थन
महाराष्ट्र कांग्रेस के राज्यसभा सांसद हुसैन दलवई ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने शिवसेना को समर्थन देने की बात कही है। दलवई ने अपील की है कि एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना को मिलकर सरकार बनाना चाहिए। सांसद हुसैन दलवई ने कहा, शिवसेना और भाजपा में सरकार गठन पर सहमति नहीं बन पा रही है। ऐसे में कांग्रेस,एनसीपी और शिवसेना मिलकर सरकार बनाएं। उन्होंने कहा कि साल 2007 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में शिवसेना ने कांग्रेस उम्मीदवार प्रतिभा पाटिल का समर्थन किया था। जबकि 2012 के चुनाव में प्रणब मुखर्जी का समर्थन किया था।
Created On :   4 Nov 2019 8:44 AM IST