ऑपरेशन वेस्टएंड: रक्षा सौदे में भ्रष्टाचार पर जया जेटली को 4 साल की जेल, दिल्ली HC ने ढाई घंटे बाद सजा पर लगाई रोक 

Jaya Jaitley 4 years in jail for corruption in defense deal, Delhi HC banned after two and a half hours
ऑपरेशन वेस्टएंड: रक्षा सौदे में भ्रष्टाचार पर जया जेटली को 4 साल की जेल, दिल्ली HC ने ढाई घंटे बाद सजा पर लगाई रोक 
ऑपरेशन वेस्टएंड: रक्षा सौदे में भ्रष्टाचार पर जया जेटली को 4 साल की जेल, दिल्ली HC ने ढाई घंटे बाद सजा पर लगाई रोक 
हाईलाइट
  • जया के अलावा उनके दो सहयोगियों को भी यही सजा सुनाई गई
  • न्यूज पोर्टल तहलका ने जनवरी 2001 में ‘ऑपरेशन वेस्टएंड’ नामक स्टिंग से किया था खुलासा
  • बुधवार को जया और दो सहयोगियों को मामले में दोषी पाया गया था

डि​जिटल डेस्क, नई दिल्ली। 19 साल पुराने रक्षा सौदा भ्रष्टाचार मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने समता पार्टी की पूर्व अध्यक्ष जया जेटली और दो अन्य सहयोगियों को चार साल की सजा सुनाई। इसके ढाई घंटे बाद ही हाईकोर्ट ने सजा पर रोक लगा दी। मामला साल 2000-2001 की एक डिफेंस डील से जुड़ा है। दोषियों में जया जेटली के दो सहयोगी पूर्व पार्टी सहयोगी गोपाल पचेरवाल और मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) एसपी मुरगई शामिल हैं। सीबीआई कोर्ट ने इन सभी को बुधवार को दोषी पाया था। 

बता दें कि CBI की अदालत की कार्रवाई बंद कमरे में हुई। इस दौरान CBI के विशेष जज वीरेंद्र भट्ट ने जया, गोपाल पछेरवाल और मेजर जनरल (रिटायर्ड) एसपी. मुरुगई को यह सजा सुनाई। जया जेटली और उनके दो अन्य सहयोगियों के लिए सीबीआई ने सात साल की कैद की मांग की थी। बुधवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान कोर्ट ने दोषियों की सजा को लेकर अभियोजन और बचाव पक्ष की दलीलें सुनी। इसके बाद तीनों दोषियों पर एक-एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया और 4 साल कैद की सजा सुनाई।उन्हें आज शाम पांच बजे तक आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया गया था।

CBI ने नरमी न बरतने की अपील की थी
विशेष सीबीआई जज वीरेंदर भट के समक्ष CBI की ओर से पेश वकील ने कोर्ट से कहा था कि दोषियों को अधिक से अधिक सजा देनी चाहिए, क्योंकि उनके द्वारा किए गए अपराध प्रकृति भी बेहद गंभीर है। सीबीआई ने कहा था कि तहलका न्यूज पोर्टल के स्टिंग ऑपरेशन के बाद इस मामले में आरोपियों की भूमिका खुलेतौर पर सबके सामने आई। CBI ने मांग की कि जया जेटली और उनकी ही पार्टी के पूर्व सहयोगी गोपाल पचेरवाल व मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) एस. पी. मुरगई की सजा को लेकर कोई नरमी ना बरती जाए।

न्यूज पोर्टल तहलका ने स्टिंग कर किया था मामले का खुलासा
जया समेत तीनों आरोपियों को हैंड हेल्ड थर्मल इमेजर्स की खरीदी में भ्रष्टाचार और आपराधिक साजिश का दोषी पाया गया था। इस मामले में न्यूज पोर्टल तहलका ने जनवरी 2001 में ‘ऑपरेशन वेस्टएंड’ नामक स्टिंग किया था। इसमें काल्पनिक कंपनी बनाकर सेना के लिए हाथ से संचालित होने वाले थर्मल इमेजर्स की आपूर्ति ऑर्डर के लिए दोषियों को रिश्वत लेते दिखाया गया था। जया जेटली ने तत्कालीन रक्षा मंत्री जार्ज फर्नांडीज के आधिकारिक आवास पर काल्पनिक कंपनी का प्रतिनिधि बनकर आए मैथ्यू सैम्युअल से 2 लाख रुपये की रिश्वत ली थी, जबकि मुरगई ने 20 हजार रुपए लिए थे। एक अन्य आरोपी सुरेंदर कुमार सुरेखा बाद में इस मामले की गवाह बन गई थीं।

तत्कालीन रक्षा मंत्री फर्नांडीज को इस्तीफा देना पड़ा था
मामले का खुलासा होने के बाद रक्षा मंत्री फर्नांडीज को तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी सरकार से इस्तीफा देना पड़ा था। इस मामले में भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष बंगारू लक्ष्मण का भी नाम सामने आया था लेकिन उन्हें बाद में क्लीन चिट दे दी गई थी। 

कौन हैं जया जेटली?
जया जेटली समता पार्टी की अध्यक्ष रह चुकी हैं। उन्हें पूर्व केंद्रीय मंत्री जॉर्ज फर्नांडीज का करीबी माना जाता था। जॉर्ज का लंबी बीमारी के बाद पिछले साल निधन हो गया था। इस मामले के सामने आने के बाद जॉर्ज को अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

Created On :   30 July 2020 6:20 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story