सीएम प्रमोद सावंत ने रद्द किया प्रशासन का एसओपी, कहा - मैं कुछ दिशानिर्देशों से सहमत नहीं हूं

In Goa, priests can worship at homes on Ganesh Chaturthi
सीएम प्रमोद सावंत ने रद्द किया प्रशासन का एसओपी, कहा - मैं कुछ दिशानिर्देशों से सहमत नहीं हूं
गोवा में गणेश चतुर्थी सीएम प्रमोद सावंत ने रद्द किया प्रशासन का एसओपी, कहा - मैं कुछ दिशानिर्देशों से सहमत नहीं हूं
हाईलाइट
  • गोवा में पुजारी गणेश चतुर्थी पर घरों में जाकर कर सकते हैं पूजा

डिजिटल डेस्क, पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने राज्य प्रशासन द्वारा जारी आगामी गणेश चतुर्थी सीजन के लिए अपनी सरकार के कोविड एसओपी को रद्द कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह एक विशिष्ट दिशानिर्देश से सहमत नहीं हैं। पुजारियों को उत्सव के अवसर पर पूजा करने के लिए घरों में जाने से रोकना गलत है। कांग्रेस ने बुधवार को राज्य के सबसे महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार से पहले भ्रम की स्थिति के लिए बीजेपी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार की खिंचाई की, खासकर ऐसे समय में जब पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में कोविड के मामलों में वृद्धि देखी गई है।

सावंत ने एसओपी को खत्म करने के अपने फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से एसओपी में जारी किए गए कुछ दिशानिर्देशों से सहमत नहीं हूं, विशेष रूप से पुजारियों को पूजा के लिए अलग-अलग घरों में जाने से रोकना। गणेश चतुर्थी गोवा में सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है और इस तरह के अनुष्ठान इसका एक अभिन्न अंग हैं। सावंत ने कहा कि हालांकि विशेषज्ञ समिति ने इस तरह के प्रतिबंधों का सुझाव दिया है, लेकिन मैंने प्रशासन से एसओपी को तुरंत वापस लेने के लिए कहा है। महामारी को देखते हुए सभी आवश्यक सावधानी बरतते हुए चतुर्थी को पूरे उत्साह के साथ मनाया जाना चाहिए। एसओपी ने परिवारों से आग्रह किया था कि वे स्वयं पूजा करने के लिए प्रौद्योगिकी और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करें।

Pramod Sawant: 4-member panel to decide new site for IIT campus in Goa: CM  Pramod Sawant - The Economic Times

रद्द किए गए एसओपी में पहले कहा गया था कि पुजारी को व्यक्तिगत घरों में जाकर गणेश पूजा करने से प्रतिबंधित किया जाएगा, वे ऑनलाइन पूजा करा सकते हैं। साथ ही परिवारों को यूट्यूब्स, व्हाट्सएप आदि जैसे विभिन्न तकनीकी साधनों का उपयोग करके स्वयं पूजा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। राज्य सरकार द्वारा पहले जारी किए गए एसओपी में कहा गया था कि गणेश चतुर्थी आरती और अन्य संबद्ध कार्यक्रमों को ऑनलाइन मोड के माध्यम से आयोजित किया जाए। जिसे अब समाप्त कर दिया गया है।

एसओपी ने यह भी कहा कि सार्वजनिक गणेश उत्सव के आयोजकों को रक्तदान शिविरों सहित स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन को प्राथमिकता देनी चाहिए और इन कार्यक्रमों के माध्यम से कोरोना, मलेरिया, डेंगू और अन्य बीमारियों पर आईईसी गतिविधि की जा सकती है। एसओपी ने परिवारों से उत्सव के अंत में गणेश की मूर्ति को अपने घरों में विसर्जित करने का भी आग्रह किया था।

(आईएएनएस)

Created On :   8 Sept 2021 2:01 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story