दुर्गा पूजा की मूर्ति का यमुना में विसर्जन प्रतिबंधित, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने लिया फैसला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जल प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने दुर्गा पूजा की मूर्तियों को यमुना नदी सहित राष्ट्रीय राजधानी के जलाशयों में विसर्जित करने पर रोक लगा दी है।
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने एक बयान में कहा है, ऐसे जल निकायों का परिणामी प्रदूषण चिंता का विषय रहा है। मूर्तियों को बनाने में उपयोग किए जाने वाले जहरीले रसायन जल प्रदूषण की गंभीर समस्या पैदा करते हैं। मूर्ति विसर्जन के कारण पानी की गुणवत्ता में गिरावट का आकलन करने के लिए किए गए अध्ययन डीपीसीसी द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि जैव रासायनिक ऑक्सीजन की मांग और भारी धातु एकाग्रता के संबंध में पानी की गुणवत्ता में गिरावट आती है। इसके बजाय, मूर्ति विसर्जन अनुष्ठान घर के परिसर में बाल्टी और कंटेनर में किया जा सकता है।
डीपीसीसी ने यह भी फैसला सुनाया है कि मूर्तियां केवल प्राकृतिक सामग्री से बनाई जाए जैसा कि पवित्र लिपियों में वर्णित है। मूर्ति बनाने में पकी हुई मिट्टी, प्लास्टर ऑफ पेरिस (पीओपी) का उपयोग प्रतिबंधित है। मूर्तियों को रंगने के लिए केवल गैर विषैले और पानी में घुलनशील रंगों की सलाह दी गई है।
पिछले 15 वर्षों से मयूर विहार क्षेत्र की दुर्गा पूजा समिति के सदस्य रहे भाभा तोश पाल का कहना है कि वे क्रेन की मदद से मूर्तियों को टैंकर में विसर्जित करेंगे।
(आईएएनएस)
Created On :   14 Oct 2021 2:00 PM IST