लाल किले पर प्रदर्शन, सांसद सनी देओल ने क्यों लिखा- मेरा या मेरे परिवार का दीप सिद्धू से कोई संबंध नहीं, मोदी से क्या है कनेक्शन
डिजिटल डेस्क ( भोपाल)। पूरा देश 72वें गणतंत्र दिवस के जश्न मना रहा था। एक तरफ देश की राजधानी नई दिल्ली स्थित राजपथ पर गणतंत्र के जश्न का मुख्य समारोह चल रहा था तो दूसरी तरफ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की सीमाओं से किसान गणतंत्र परेड निकला था। दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात के बीच किसान गणतंत्र परेड निकालने के लिए रूट पहले ही तय कर दिए थे। मगर, किसान परेड अचानक बेकाबू हो गया और ट्रैक्टरों पर सवार लोग लालकिला पहुंच गए और वहां हुड़दंग मचाने लगे।
देश की धरोहर लालकिला की प्राचीर पर हर साल स्वतंत्रता दिवस पर भारत के प्रधानमंत्री राष्ट्रीय झंडा तिरंगा फहराते हैं और देश के नाम संदेश देते हैं जहां हुड़दंग मचाने वालों कोई भला कैसे देश का किसान कह सकता है जो कड़ी मेहनत करके अनाज पैदा करता है देशवासियों का पेट भरता है, जिसको इस देश की मिट्टी से प्यार है उसे देश की अस्मिता की रक्षा की चिंता भी रहेगी। इसी बीच एक ऐसा नाम सामने आ रहे है, जिसे किसान नेता इस हुड़दंग के लिए जिम्मेदार मान रहे हैं। नाम है दीप सिद्धू, जो पंजाबी एक्टर हैं और सोशल मीडिया में इनकी बीजेपी के सांसद सनी देओल और पीएम नरेंद्र मोदी के साथ तस्वीरें वायरल हो रही हैं। किसान नेताओं के कहना है कि दीप सिद्धू ही अपने समर्थकों को लाल किला ले गया और किसान आंदोलन को सरकार के इशारे पर बदनाम करने की कोशिश की गई।
गौरतलब है कि देश में पहली बार गणतंत्र दिवस पर तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले किसानों की रहनुमाई करने वाले किसान संगठनों के निर्देशन में पूर्व निर्धारित रूटों पर किसान गणतंत्र परेड निकलना तय हुआ था। मगर, किसानों की ट्रैक्टर रैली लाल किला पहुंच गई, जहां पुलिस को उनको काबू करने में भारी मशक्कत करनी पड़ी। बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है। कल किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान आईटीओ इलाके में हुई हिंसा के बाद आज आईटीओ में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
मेरा दीप सिद्धू के साथ कोई संबंध नहींः सनी देओल
इधर, पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू को बीजेपी समर्थक बताया जा रहा है और सनी देओल का दोस्त भी। मामला बढ़ने के बाद सनी देओल ने ट्वीट किया कि, आज लाल क़िले पर जो हुआ उसे देख कर मन बहुत दुखी हुआ है, मैं पहले भी, 6 December को ,Twitter के माध्यम से यह साफ कर चुका हूं कि मेरा या मेरे परिवार का दीप सिद्धू के साथ कोई संबंध नहीं है।
भाजपा के कार्यकर्ताओं ने दंगा किया एवं किसानों को बदनाम किया...
वहीं, गुजरात से कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने भी हिंसा के लिए भाजपा को दोषी बताते हुए ट्वीट किया कि, भाजपा किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए किसी भी हद तक जाएगी। गणतंत्र की परेड ख़त्म होती ही लाल किल्ले पर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने दंगा किया एवं किसानों को बदनाम किया। भाजपा अपने फ़ायदे के लिए किसी भी व्यक्ति, समाज, पार्टी और आंदोलन को बदनाम करने में किसी भी हद तक जा सकती हैं। मोदी सल्तनत की ज़िद के कारण देश को ऐसा गणतंत्र दिवस देखनों को मिला। एक बात दिमाग़ में रख लीजिए की किसानों ने जो ध्वज लगाया है वो तिरंगे से छोटा था और तिरंगे को किसी भी प्रकार का नुक़सान नहीं किया। तिरंगे का सम्मान हर एक किसान करता हैं। हर एक भारतवासी तिरंगे के सामने झुकता हैं।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि, जिसने झंडा फहराया वो कौन आदमी था? एक कौम को बदनाम करने की साज़िश पिछले 2 महीने से चल रही है। कुछ लोग को चिंहित किया गया है उन्हें आज ही यहां से जाना होगा। जो आदमी हिंसा में पाया जाएगा उसे स्थान छोड़ना पड़ेगा और उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
कांग्रेस के रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि, कोई पंधेर, पन्नू और दीप सिद्धू हैं ये तीन लोग जिन्हें अभी तक पंजाब वालों ने चिन्हित किया है जिन्होंने ये सारा कारनामा किया है। इनको बहुत बड़ी फंडिंग हुई है कि किसानों के आंदोलन को कैसे तबाह करना है। सरकार को ऐसे लोगों को कालकोठरियों में डाल देना चाहिए।
दीप सिद्धू की फोटो PM के साथ भी आ रही है। हमें इन पर शक है। अब दीप सिद्धू जी किधर से लाल किले के पास गए और कहां से वापस आए। जिन लोगों ने ऐसा किया उन्हें चिंहित किया जाएगा। ये सब किसान मज़दूर को बदनाम करने के लिए किया गया है: किसान मज़दूर संघर्ष समिति के जनरल सचिव सरवन सिंह पंधेर https://t.co/3BR1azORNP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 27, 2021
दीप सिंद्धू को लालकिला मामले में एनआईए ने किया तलब
सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) मामले में पिछले हफ्ते नेशनल इन्वेस्टोगेशन एजेंसी (एनआईए) द्वारा तलब किए गए पंजाबी अभिनेता दीप सिंद्धू मंगलवार को लालकिले में घुसकर 17वीं सदी के स्मारक पर झंडे फहराने वाले किसानों के समूह में शामिल थे। यहां तक कि राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में हिंसक झड़पें हुईं, क्योंकि आंदोलनकारी किसानों द्वारा ट्रैक्टर रैली को लेकर रैली छिड़ गई थी।
सिद्धू ने लालकिले की प्राचीर से पताका को हूसिटिंग करते हुए फेसबुक लाइव भी किया। वीडियो में सिद्धू ने पंजाबी में कहा, हमने विरोध जताने के अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करते हुए लाल किले पर सिर्फ निशान साहिब का झंडा फहराया है। पिछले हफ्ते एनआईए ने सिद्धू को सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) मामले की जांच के सिलसिले में पेश होने के लिए समन भेजा था, जो पिछले साल 15 दिसंबर को दर्ज किया गया था।
गुरदासपुर के सांसद और बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल के करीबी माने जाने वाले सिद्धू 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा नेता के लिए चुनाव प्रभारी थे। पिछले साल दिसंबर में देओल ने सिद्धू से दूरी बना ली थी। यहां तक कि किसान यूनियनों ने भी पिछले साल सिद्धू पर प्रतिबंध लगा दिया था।
Created On :   27 Jan 2021 11:25 AM IST