दिल्ली: हिन्दू रक्षा दल ने JNU हिंसा की ली जिम्मेदारी, वीडियो साझा कर चेतावनी भी दी
- अज्ञात हमलावरों पर पुलिस ने मामला किया दर्ज
- हिन्दू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूपेन्द्र तोमर ने जारी किया वीडियो
- हिन्दू रक्षा दल ने जेएनयू हिंसा की ली जिम्मेदारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जवाहर नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में रविवार देर रात हुई छात्रों के साथ मारपीट की जिम्मेदारी हिन्दू रक्षा दल ने ली है। साथ ही हिंदू रक्षा दल ने चेतावनी जारी कर कहा, जेएनयू कैंपस में किसी भी प्रकार की देशविरोधी गतिविधि होने पर आगे भी इस तरह की कार्रवाई की जाएगी। दरअसल, रविवार को जवाहर नेहरू विश्वविद्यालय में कुछ नकाब पोश लोगों ने छात्र- छात्राओं के साथ मारपीट की थी। जिसमें कई छात्र समेत शिक्षक भी गंभीर रूप से घायल हुए थे। हालांकि इस मामले में पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ दंगा भड़काने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया था।
सरकारी सूत्र: हिंदू रक्षा दल प्रमुख पिंकी चौधरी द्वारा किए गए दावों की जांच की जा रही है। दिल्ली पुलिस ने संज्ञान लिया है। जेएनयू में हमला करने वाले नकाबपोशों की पहचान करने के लिए पुलिस वीडियो फुटेज के साथ-साथ फेस रिकग्निशन सिस्टम की भी मदद ले रही है https://t.co/Zm6rPaB6gu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 7, 2020
हमले की पूरी जिम्मेदारी हिन्दू रक्षा दल की
इधर, हिंसा की जिम्मेदारी लेते हुए हिन्दू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूपेन्द्र तोम उर्फ पिंकी चौधरी ने एक वीडियो साझा करते हुए कहा, छात्रों के साथ मारपीट करने वाले उनके कार्यकर्ता थे। जेएनयू में देश विरोध गतिविधियां होती है, जो बर्दाश्त नहीं है। पिंकी चौधरी ने कहा, अगर कोई देश के खिलाफ साजिश करेगा तो उसे ऐसे ही जवाब दिया जाएगा। हालांकि इसकी जिम्मेदारी सिर्फ हिन्दू दल ने ली है, लेकिन पुलिस की जांच में ऐसा कोई तथ्य अभी तक सामने नहीं आया है।
पिंकी चौधरी, हिंदू रक्षा दल: जेएनयू राष्ट्रविरोधी गतिविधियों का केंद्र है, हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते। हम जेएनयू में हमले की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं और कहना चाहेंगे कि वे हमारे कार्यकर्ता थे। #JNUViolence pic.twitter.com/68uIAyHgd3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 7, 2020
नकाबपोश लोगों ने छात्रों समेत शिक्षकों को बनाया था निशाना
बता दें कि रविवार देर रात कुछ नकाबोश बदमाशों ने छात्रों समेत शिक्षकों पर हमला कर दिया था। कैंपस की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया था। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने मौके पर आकर मोर्चा संभाला था। इस हिंसा में जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष समेत 28 लोग घायल हुए थे। कांग्रेस पार्टी समेत तमाम विपक्षी पार्टी ने इस मामले की निंदा करते हुए, हिंसा के लिए बीजेपी और एबीवीपी को जिम्मेदार बताया था।JNU में हिंसा के विरोध में देशभर के शिक्षण संस्थाओं में प्रदर्शन जारी है।
Created On :   7 Jan 2020 9:56 AM IST