Justiceserved: 15 साल पहले इस दुष्कर्मी को दी थी फांसी, छात्रा की हत्या कर लाश को बनाया था हवस का शिकार
- 2004 को धनंजय चटर्जी को रेप मामले में दी गई थी फांसी
- निर्भया के चारों दोषियों को दी गई फांसी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। निर्भया गैंगरेप और हत्या के चारों आरोपियों को आज (सुबह) 5.30 बजे फांसी दे दी गई। सात साल तीन महीने और 3 दिन बाद निर्भया (Nirbhaya) को आखिरकार इंसाफ मिला। निर्भया के साथ हुई जघन्य अपराध के बारे में सोचते ही एक और दर्दनाक मामला याद आता है। पश्चिम बंगाल के भवानीपुर में पांच 5 मार्च 1990 को हेतल पारेश (Hetal Parekh) नाम की किशोरी के साथ घिनौनी हरकत की गई थी। रेप करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई। उसके दोषी धनंजय चटर्जी (Dhananjoy Chatterjee) को 15 साल बाद 14 अगस्त 2004 को अलीपुर के सेंट्रल जेल में फांसी पर लटकाया गया था।
दसवीं क्लास में पढ़ती थी हेतल
हेतल पारेख (Hetal Parekh) दसवीं क्लास की छात्रा थी। वह कोलकाता में अपने माता-पिता के साथ भवानीपुर के एक बिल्डिंग में तीसरे फ्लोर पर रहती थी। सामने वाले अपार्टमेंट में एक सर के पास पढ़ाई करने जाया करती थी। पांच मार्च 1990 को परीक्षा देकर घर वापस आई थी। उसके बाद सर के घर कॉपी चेक करवाने गई थी। घर पर नहीं मिले तो वापस आ गई।
शरीर पर थे 21 घाव
शाम को हेतल की मां मंदिर गई थी। जब वह लौंटी तो घर का दरवाजा बंद था। कई बार खटखटाने के बाद जब दरवाजा नहीं खुला तो मां ने लोगों को बुलाया और दरवाजा तोड़ा। दरवाजा तोड़ने पर लोगों ने देखा की हेतल का शव पड़ा है। उसके शरीर पर 21 घाव थे।
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दो महीने के बाद पकड़ाया धनंजय
जांच में शक वहीं अपार्टमेंट के गार्ड धनंजय चटर्जी (Dhananjoy Chatterjee) पर गया। उसकी ड्यूटी 2 बजे खत्म होती थी, लेकिन शाम पांच बजे तक वहीं देखा गया। कई लोगों ने उसे हेतल की बालकनी में होने के बारे में बताया था। लिफ्टमैंन ने भी गवाही में उसे हेतल वाले फ्लोर पर होने की बात की। इसके बाद धनंजय फरार हो गया और दो महीने बाद उसे पकड़ा गया।
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लाश के साथ भी किया रेप
हेतल पारेश (Hetal Parekh) का केस काफी लंबा चला। खबरों के मुताबिक धनंजय ने हेतल को मारने के बाद उसकी लाश के साथ भी रेप किया था। 2004 में राष्ट्रपति ने उसकी दया याचिका को खारिज कर दिया और उसे फांसी के तख्ता पर चढ़ाया गया।
Created On :   20 March 2020 6:24 AM GMT