बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री से पहले ये धर्मगुरु भी विवादों में रहे, कुछ को मिली सजा तो कोई भागने में हुआ कामयाब!
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीते कुछ दिनों से देशभर में बागेश्वर धाम को लेकर चर्चा अपने चरम पर है। मीडिया में चारों तरफ बागेश्वर धाम को लेकर ही बहस चल रही है। बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने चमत्कार को लेकर विवादों में घिरे हुए हैं। नागपुर की संस्था अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक श्याम मानव ने उन्हें चुनौती दी है कि आप नागपुर में आकर चमत्कार करके दिखाइए तो मैं आपको ईनाम दूंगा। बागेश्वर धाम वाले बाबा पहले नहीं है जो विवादों में घिरे हैं। उनसे पहले भी कुछ धर्मगुरू अलग अलग तरह के विवादों में रहे हैं। कुछ पर लगाए गए आरोप सही साबित हुए तो कुछ निर्दोष भी निकलें। बागेश्वर धाम के बहाने जानते हैं वो कौन कौन से धर्मगुरू हैं जो सुर्खियों में छाए रहे।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री सुर्खियों में बने हुए हैं। 30 लाख रूपये की चुनौती को स्वीकार करते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा है कि वो सबकुछ सनातन के लिए कर रहे हैं। धीरेंद्र पर आरोप है कि वो धर्म के आड़ में अंधविश्वास फैला रहे हैं। जिसके बाद से ही वो हर न्यूज चैनल की हैडलाइन बने हुए हैं। दरअसल, बागेश्वर धाम मध्यप्रदेश के जिले छतरपुर में स्थित है। जहां के गुरू खुद धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ही हैं। ऐसा माना जाता है कि जो भी भक्त दरबार में जाता है शास्त्री उनके मन के हावभाव को पढ़ कर उनकी समस्याओं को बता देते हैं और उसका समाधान भी बताते हैं। हालांकि, मीडिया से बातचीत करते समय धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि वो भी अंधविश्वास के खिलाफ हूं।
आसाराम बापू
आसाराम बापू को कौन नहीं जानता है। जिस पर हत्या से लेकर रेप तक के कई आरोप लगे और दोषी पाए जाने पर जेल की सजा भी हुई। दरअसल, यह पूरा मामला एक युवती से जुड़ा हुआ है। 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली युवती के साथ जोर जबरदस्ती करके आसाराम ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए और युवती को डराया धमकाया। युवती को जान से मारने की धमकी भी दी थी। आसाराम ने युवती से कहा था कि अगर किसी को बताया तो जान से जाओगी।
हालांकि, तमाम धमकियों के बावजूद लड़की ने आसाराम के खिलाफ केस दर्ज करवाया। साल 2013 में आसाराम को गिरफ्तार किया गया था। जिसे 25 अप्रैल साल 2018 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। तब से ही वो जोधपुर की जेल में हवा खा रहा है। आसाराम ने कई बार कोर्ट से बेल लेने की कोशिश भी की लेकिन उनकी सारी की सारी मेहनत बेकार हो गई। कोर्ट ने जब उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी, तब जज ने कहा था कि इसे कभी भी जमानत नहीं मिलनी चाहिए।
बाबा राम रहीम
फिल्मों के शौकीन बाबा राम रहीम के विवादों की फेहरिस्त बड़ी लंबी है। इन पर भी आरोप था कि उसने कई महिलाओं और युवतियों को अपना शिकार बनाया। आरोप सिद्ध होने पर उसे साल 2017 में जेल भेजा गई। तब से ही यह जेल में बंद है। हालांकि, गुरमित राम रहीम को जब जेल की सजा हुई तब हरियाणा के सिरसा डेरा के समर्थकों ने जब कर उत्पात मचाया था। लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी उन्हें 20 वर्षों की जेल हुई। बाबा राम रहीम अभी हरियाणा के रोहतक की सुनारिया जेल में सजा काट रहे हैं।
राधे मां
बिग बॉस की कॉन्ट्रोवर्शियल कंटेनटेस्ट राधे मां को शायद ही कोई नहीं जानता होगा। अपने आप को देवी दुर्गा का अवतार बताने वाली राधे मां पर पैसा ऐठने का आरोप भी लगा था। दरअसल, राधे मां का पूरा नाम सुखविंदर कौर है। जिसका जन्म पंजाब के गुरदासपुर जिले के एक सिख परिवार में हुआ था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राधे मां की शादी 17 साल के उम्र में हो गई थी। धार्मिक रूप में एंट्री लेने से पहले राधे मां कपड़े की सिलाई का काम करती थी। जबकि पति हलवाई के दुकान पर रहता था। शादी के कुछ ही दिनों के बाद उन्होंने आध्यात्मिक जीवन को अपना लिया था।
स्वामी नित्यानंद
स्वामी नित्यानंद तब सुर्खियों में आए थे। जब उन्होंने घोषणा की थी कि वो एक अलग देश बसा रहे हैं। साल 2010 में दक्षिण के एक मीडिया चैनल ने उनका भंडाफोड़ एक वीडियो से किया था। जिसमें वो एक दक्षिण के अभिनेत्री के साथ दिखाई दिए थे। जहां दोनों को आपत्तिजनक हालत में देखा गया था। इसके अलावा अपने कई शिष्यों पर रेप करने और कई बच्चों को अपहरण करने जैसे आरोप लगे थे। उनके खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज हुए। गिरफ्तारी के डर से नित्यानंद साल 2019 में देश छोड़ कर भाग गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भगोड़े नित्यानंद दक्षिण अमेरिका की एक द्वीप खरीद कर चुके हैं, जिसका नाम उन्होंने कैलाशा गणतंत्र रखा है। वह कई बार लोगों से आह्वान कर चुका हैं कि कैलाशा गणतंत्र द्वीप पर लोग आएं। दुनियाभर में उनके ढेरों अनुयायी रहते हैं। भारत में भी उसके करोड़ो फॉलोअर्स रहे हैं, जिनमें से करोड़पति लोग भी रहे हैं।
Disclaimer: ये जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर दी गई है। भास्कर हिंदी किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।
Created On :   20 Jan 2023 7:42 PM IST