मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने शिवसेना नेता संजय राउत को हिरासत में लिया, सुबह से चल रही थी छापेमारी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना सांसद संजय राउत के आवास पर सुबह ही ईडी ने छापेमारी की थी। करीब 9 घंटे से ज्यादा तक उनके घर पर छापेमारी चली। अब ईडी के अधिकारी ने शिवसेना नेता संजय राउत को मुंबई में उनके आवासीय परिसरों पर छापेमारी के बाद हिरासत में लेने के बाद अपने साथ ले गए। मौके पर मौजूद पार्टी कार्यकर्ता भी जमकर नारीबाजी कर रहे हैं। राउत के खिलाफ ईडी ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। संजय राउत की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं।
— ANI (@ANI) July 31, 2022
एक तरफ जहां संजय राउत के घर पर ईडी की टीम विराजमान है तो वहीं दूसरी तरफ राउत ने ट्वीट किया है मेरा किसी घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है। यह मैं शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे की शपथ लेकर कह रहा हूं। बालासाहेब ने हमें लड़ना सिखाया। मैं शिवसेना के लिए लड़ना जारी रखूंगा। एक और ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि झूठी कार्रवाई, झूठा सबूत मैं शिवसेना नहीं छोड़ूंगा। मैं मर भी जाऊं तो समर्पण नहीं करूंगा। जय महाराष्ट्र
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— Sanjay Raut (@rautsanjay61) July 31, 2022
महाराष्ट्र में शिवसेना सांसद संजय के घर पर इस वक्त प्रवर्तन निदेशालय की टीम मौजूद है। संजय राउत के घर के बाहर उनके समर्थकों का जमावड़ा लगा है। समर्थकों की तरफ से राउत के समर्थन में जमकर नारेबाजी की जा रही है। समर्थक ईडी की इस कार्रवाई को राजनीतिक बता रहे हैं। संजय राउत के आवास के बाहर उनकी ओर से लगातार नारेबाजी जारी है। समर्थकों का कहना है कि ये जानबूझकर संजय राउत को फंसाया जा रहा है। राउत समर्थक बीजेपी पर भी जमकर हमलावर हो रहे हैं। उनका साफ कहना है कि ईडी बीजेपी के इशारे पर संजय राउत के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। खबरों के मुताबिक ईडी संजय राउत से उनके घर पर पूछताछ कर रही है।
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पश्चिम बंगाल के बाद अब ईडी की टीम शिवसेना सांसद संजय राउत के घर पर मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पहुंच चुकी है। बताया जा रहा है कि पूछताछ के लिए ईडी की टीम राउत को हिरासत में ले सकती है। ईडी संजय राउत पर शिकंजा कसना शुरू कर दी है। एएनआई न्यूज के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले में शिवसेना नेता संजय राउत के आवास पर तलाशी और पूछताछ भी की। खबरों के मुताबित शिवसेना राज्यसभा सांसद संजय राउत 1034 करोड़ रूपए के पात्रा चॉल घोटाले में आरोपी हैं। उनसे प्रवर्तन निदेशालय जुलाई के पहले हफ्ते में ही पूछताछ भी कर चुकी है। जबकि 20 और 27 फिर से ईडी की ओर से तलब किया गया था।
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हालांकि कि राउत ने अपने वकलों के जरिए ईडी को सूचित किया था कि संसद का मानसून सत्र होने के कारण वह 7 अगस्त के बाद ही पेश हो सकेंगे। हालांकि ईडी रविवार सुबह ही राउत के घर पहुंच गई है। अब संजय राउत की मुसीबतें बढ़ती नजर आ रही हैं। ईडी इस मामले में दादर और अलीबाग में राउत की संपत्तियों को कुर्क पहले ही कर चुकी है। जानकारों का कहना है कि संजय राउत उपराष्ट्रपति चुनाव का हवाला देकर ईडी के सामने पेश होने के लिए और समय मांग चुके हैं। इस पूरे मामले में ईडी ने राउत को मुख्य आरोपी बनाया है।
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ईडी के सामने नहीं पेश हुए थे राउत
गौरतलब है कि बीते 27 जुलाई को ईडी की ओर से संजय राउत को समन जारी कर पूछताछ के लिए उपस्थित रहने के लिए कहा गया था लेकिन राउत की तरफ से ऐसा नहीं किया और ईडी के सामने पेश नहीं हुए बल्कि उन्होंने पेशी से छूट मांगी थी, तब ईडी ने इसे इनकार कर दिया था।
जानें पूरा मामला
इस पूरे मामले को लेकर शिवसेना नेता पर गंभीर आरोप लगा है। गौरतलब है कि मुंबई के गोरेगांव एरिया में पात्रा चॉल महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी का इलाका है। इसमें करीब 1034 करोड़ का घोटाला होने का आरोप है। इस आरोप में संजय राउत को मुख्य आरोप बनाया गया है। इस घोटाले में संजय राउत की नौ करोड़ रुपये और राउत की पत्नी वर्षा की दो करोड़ रुपये की संपत्ति अभी तक जब्त हो चुकी है।
इस मामले में आरोप ये भी लग रहे हैं कि रीयल एस्टेट कारोबारी प्रवीण राउत ने पात्रा चॉल में रह रहे लोगों के साथ धोखा भी किया है। बताया जा रहा है कि प्रवीण राउत शिवसेना नेता संजय राउत के दोस्त हैं। इस इलाके में 3 हजार फ्लैट निर्माण कराने का काम एक प्राइवेट कंपनी को मिला था। हालांकि, साल 2011 में इसके कुछ हिस्सों को दूसरे बिल्डरों को बेच दिया गया था। इस केस में संजय राउत पर आरोप है कि इन्होंने पैसों को लेकर हेरफेर भी किया है।
Created On :   31 July 2022 2:36 AM GMT