इंडियन एयरफोर्स के 'ऑल वूमेन' क्रू ने पहली बार उड़ाया Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर

इंडियन एयरफोर्स के 'ऑल वूमेन' क्रू ने पहली बार उड़ाया Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंडियन एयरफोर्स के ऑल वूमेन क्रू ने पहली बार सोमवार को मीडियम लिफ्ट हेलीकॉप्टर Mi-17 V5 उड़ाया। ऑल वूमेन क्रू ने साउथ वेस्टर्न एयर कमांड में फॉरवर्ड एयर बेस से उड़ान भरी थी। क्रू में फ्लाइट लेफ्टिनेंट पारुल भारद्वाज (कप्तान), फ्लाइंग ऑफिसर अमन निधि (को-पायलट) और फ्लाइट लेफ्टिनेंट हिना जायसवाल (फ्लाइट इंजीनियर) शामिल थे।

फ्लाइट लेफ्टिनेंट पारुल पंजाब के मुकेरियन की रहने वाली हैं और Mi-17 V5 उड़ाने वाली पहली महिला भी हैं, फ्लाइंग ऑफिसर अमन निधि रांची से हैं और झारखंड की पहली महिला IAF पायलट भी हैं। फ्लाइट लेफ्टिनेंट हिना जायसवाल चंडीगढ़ की रहने वाली हैं और भारतीय वायुसेना की पहली महिला फ़्लाइट इंजीनियर हैं।

इतिहास रचने से पहले, पायलटों ने एयरफोर्स स्टेशन हकीमपेट के "हेलीकॉप्टर ट्रेनिंग स्कूल" में बुनियादी प्रशिक्षण लिया और उसके बाद एयरफोर्स स्टेशन येलाहंका में एडवांस्ड ट्रेनिंग प्राप्त की। इसके अलावा, फ्लाइट को एक अन्य महिला अधिकारी, स्क्वाड्रन लीडर रिचा अधिकारी ने प्रमाणित किया। भारतीय वायुसेना में महिला अधिकारियों के लिए यह पहला अवसर था।

 

 

इससे पहले 22 मई को फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ भारतीय वायुसेना की पहली महिला पायलट बनी थी, जिन्होंने फाइटर जेट में कॉम्बेट मिशन पर जाने की योग्‍यता हासिल की हो। अपनी टोपी में सफलता का एक और पंख जोड़ते हुए, कंठ ने दिन के समय में मिग-21 बाइसन एयरक्राफ्ट पर कॉम्बेट मिशन को अंजाम देने के लिए ऑपरेशनल सिलेबस पूरा किया था। भावना वायुसेना में फाइटर पायलट के प्रशिक्षण के लिए चुनी गई तीन महिला अधिकारियों में से एक है।

वायुसेना के प्रवक्ता ग्रुप कैप्टन अनुपम बनर्जी ने कहा था, फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ ने लड़ाकू विमान मिग-21 बाइसन पर अपने प्रशिक्षण की अंतिम उड़ान को सफलतापूर्वक पूरा किया। बनर्जी ने कहा, कठिन परिश्रम और दृढ़ता से वह यह सफलता हासिल करने वाली वायुसेना की पहली महिला अधिकारी बन गई हैं। भावना ने ऐतिहासिक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। एक अन्य अधिकारी ने कहा था, रात्रि अभियानों का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद भावना को रात में भी फाइटर जेट में युद्धक मिशन पर जाने की अनुमति मिल जाएगी। भावना इस समय बीकानेर के नाल बेस पर तैनात हैं।

पिछले साल, भावना एक फाइटर एयरक्राफ्ट में सोलो उड़ान भरने वाली भारतीय वायुसेना की दूसरी महिला पायलट बनीं थी। 25 वर्षीय ने यह उपलब्धि हासिल करने के लिए अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से एक मिग 21 बाइसन विमान में उड़ान भरी थी। ’ऑपरेशनल बाय डे’ घोषित करने के लिए, एक पायलट को अपने सिलेबस को पूरा करना होता है, जो उन्हें दिन के दौरान उड़ान भरने के लिए फिट घोषित करता है।

भारतीय वायुसेना के महिला फाइटर पायलटों के पहले बैच से स्नातक, भावना नवंबर 2017 में लड़ाकू स्क्वाड्रन में शामिल हुईं थी। उनके साथ अवनी चतुर्वेदी और मोहना सिंह ने जुलाई 2016 में फ्लाइंग ऑफिसर्स के तौर पर वायुसेना में कमीशन लिया था। बिहार के दरभंगा में जन्मी भावना बाद में अपने परिवार के साथ रिफाइनरी टाउनशिप, बेगूसराय आ गई थी। उनके पिता IOCL में इंजीनियर हैं और मां एक गृहिणी। उन्होंने बीएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग बैंगलोर से बीई (मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स) में की है।

Created On :   27 May 2019 5:06 PM GMT

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