कासंगज पर सियासत : वीएचपी की आगरा में तिरंगा यात्रा, कांग्रेस टीम रोकी गई
डिजिटल डेस्क, आगरा/कासगंज। गणतंत्र दिवस के दिन तिरंगा यात्रा के दौरान उत्तरप्रदेश के कासगंज जिले में भड़की हिंसा के बाद राजनीति जारी है। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने बुधवार को कासगंज हिंसा के दौरान युवक की हत्या के विरोध में आगरा और फिरोजाबाद में तिरंगा यात्रा निकाली। यात्रा में वीएचपी के अलावा बजरंग दल कार्यकर्ता शामिल हुए।
दूसरी ओर राज बब्बर के नेतृत्व में कांग्रेस का दल भी कासगंज जाने पर अड़ा रहा। उधर, फिरोजाबाद में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने तिरंगा यात्रा को प्रशासन ने शुरू होने से पहले रोक दिया। इसके विरोध में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने भारत माता के नारे लगाए। उल्लेखनीय है कि आगरा मंडल में आने वाले कासगंज में तिरंगा यात्रा की इजाजत देने को लेकर प्रशासन पर सवाल भी उठ रहे हैं।
गौरतलब है कि कासगंज में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर हुए विवाद में चंदन गुप्ता (22) नामक एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई थी। मृतक के पिता सुशील गुप्ता ने एफआईआर में कहा है कि उनका बेटा चंदन, छोटे बेटे विवेक के साथ तिरंगा यात्रा में शामिल होने गया था, जब उसकी हत्या हो गई। उन्होंने वसीम, नसीम और कासिम नामक युवकों पर हत्या का आरोप लगाया है। इसके अलावा 20 अन्य के खिलाफ भी नामजद मुकदमा लिखवाया गया है।
STF करेगी चंदन हत्याकांड की जांच
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो चंदन गुप्ता हत्याकांड की जांच अब STF को सौंप दी गई है। बताया जा रहा है कि मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कासगंज हिंसा पर यूपी सरकार से रिपोर्ट भी मांगी थी। इसके बाद यूपी सरकार के आदेश पर स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया। बताया ये भी जा रहा है कि चंदन हत्याकांड की जांच के लिए STF कासगंज भी रवाना हो गई है।
पुलिस भी एक्शन में
वहीं अब पुलिस भी इस मामले में तेजी से धरपकड़ कर रही है। मंगलवार को पुलिस ने चंदन हत्याकांड के मुख्य आरोपी सलीम, वसीम और नसीम के घर पर पुलिस ने कुर्की का नोटिस चिपका दिया है। इस नोटिस में लिखा है कि अगर तीनों मुख्य आरोपी 1 मार्च तक कोर्ट में पेश नहीं हुए तो उनकी संपत्ति जब्त कर ली जाएगी। इसके अलावा पुलिस ने इलाके में आरोपियों के खिलाफ ताबड़तोड़ छापेमारी की। इस दौरान एक घर का दरवाजा भी पुलिस ने तोड़ा और वहां से 4 आरोपियों को हिरासत में लिया।
Created On :   31 Jan 2018 9:49 PM IST