सीआईएसएफ को अगले 25 साल के लिए रोडमैप तैयार करने की जरूरत
- महामारी के कारण अपनी जान गंवा दी और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को अगले 25 वर्षों के लिए एक रोडमैप तैयार करने की आवश्यकता है, जब भारतीय अर्थव्यवस्था पांच ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ जाएगी और सभी क्षेत्रों में अधिक मैनुफैक्चिरिंग इकाइयां स्थापित की जाएंगी।
यहां बल के 53वें स्थापना दिवस पर उन्होंने कहा कि सीआईएसएफ के योगदान के बिना आर्थिक विकास की यात्रा असंभव नहीं है। हम उनके समर्थन और योगदान के लिए आभारी हैं। शाह ने कहा, मैं सीआईएसएफ के डीजी से अगले पांच साल और 25 साल के लिए रोडमैप तैयार करने का आग्रह करूंगा, जब भारत आजादी के 100 साल मनाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि निजी सुरक्षा एजेंसियां तेजी से बढ़ रही हैं और सीआईएसएफ को उन्हें पेशेवर तरीके से प्रशिक्षित करने की जिम्मेदारी लेने की जरूरत है।गृह मंत्री ने कहा कि सीआईएसएफ अकेले सभी औद्योगिक क्षेत्रों को सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकता है, इसलिए निजी एजेंसियों को भी पेशेवर तरीके से प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सीआईएसएफ को निजी क्षेत्र की भागीदारी से देश में औद्योगिक सुरक्षा का हाइब्रिड मॉडल विकसित करने की जरूरत है।
यह देखते हुए कि सीआईएसएफ दुनिया में एकमात्र ऐसा बल है, जो केवल उद्योगों को समर्पित है। उन्हें तटीय क्षेत्रों में स्थित उद्योगों के लिए ड्रोन खतरों से सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी बताया कि सीमा सुरक्षा बल और डीआरडीओ ड्रोन रोधी तकनीक विकसित कर रहे हैं और उन्हें भी इस तकनीक को प्राप्त करने के लिए उनके साथ लाइन में लगना चाहिए।
बल में महिला सुरक्षा कर्मियों पर बोलते हुए, शाह ने यह भी कहा कि उनकी भूमिका के विस्तार के कई दायरे हैं और इसे 94:6 प्रतिशत से बढ़ाकर आने वाले समय में कम से कम 20 प्रतिशत तक बढ़ाया जाना चाहिए।बल की भूमिका की सराहना करते हुए उन्होंने आगे कहा कि कोविड काल में जब वंदे भारत के तहत हमारे अपने सैकड़ों लोग विदेश से आ रहे थे, हवाई अड्डों पर तैनात सीआईएसएफ कर्मियों ने उनकी मदद की और इस प्रक्रिया में वे भी संक्रमित हो गए और कई उनमें से महामारी के कारण अपनी जान गंवा दी और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
शाह ने यह भी कहा कि अब तक सीआईएसएफ 354 औद्योगिक इकाइयों, 65 हवाई अड्डों और सरकारी भवनों, कोयला, इस्पात क्षेत्रों, इसरो जैसे महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को सुरक्षा प्रदान कर रहा है और भविष्य में उनकी भूमिका का विस्तार किया जाएगा, इसलिए बल को अनुमान लगाने की जरूरत है इन रास्तों और उसी के अनुसार खुद को तैयार करें।
(आईएएनएस)
Created On :   6 March 2022 4:01 PM IST