CBI करेगी उन्नाव रेप पीड़िता के एक्सिडेंट केस की जांच, केंद्र ने दी मंजूरी

Centre hands over probe into Unnao rape survivor’s accident case to CBI
CBI करेगी उन्नाव रेप पीड़िता के एक्सिडेंट केस की जांच, केंद्र ने दी मंजूरी
CBI करेगी उन्नाव रेप पीड़िता के एक्सिडेंट केस की जांच, केंद्र ने दी मंजूरी
हाईलाइट
  • इस एक्सिडेंट में पीड़िता और उनके वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे
  • उन्नाव रेप पीड़िता के एक्सिडेंट का केस केंद्र सरकार ने CBI को सौंप दिया
  • एक्सिडेंट में पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गई थी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उन्नाव रेप पीड़िता के एक्सिडेंट का केस केंद्र सरकार ने मंगलवार को सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) को सौंप दिया। इस एक्सिडेंट में पीड़िता और उनके वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे जबकि पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गई थी। पीड़िता के चाचा ने इस दुर्घटना के बाद रायबरेली के गुरुबख्शगंज पुलिस स्टेशन में बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और अन्य के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी।

इससे पहले दिन में, उत्तर प्रदेश पुलिस ने सड़क दुर्घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया। एक न्यूज एजेंसी ने आईजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रवीण कुमार के हवाले से बताया, "हमने रविवार को रायबरेली में हुए हादसे की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रायबरेली शाही शेखर की अध्यक्षता में एक एसआईटी का गठन किया है। अधिकारी ने कहा कि टीम इस घटने से जुड़े सभी पहलुओं की जांच करेगी जब तक कि सीबीआई मामले को नहीं लेती। राज्य सरकार ने सोमवार रात को इस घटना की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी।

कुलदीप सिंह सेंगर नाबालिग लड़की के साथ रेप करने के मामले में मुख्य आरोपी हैं और वह जेल में बंद है। रविवार को रायबरेली में हुई दुर्घटना के बाद, कुलदीप सेंगर और नौ अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था। भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 307, 506 120B के तहत ये FIR दर्ज की गई थी। इससे पहले कार दुर्घटना मामले में यूपी पुलिस ने FIR दर्ज कर ट्रक के मालिक, चालक व क्लीनर को गिरफ्तार किया था। दोनों ही गाड़ियों की फॉरेंसिक जांच के भी आदेश दिए गए हैं।

इस मामले को लेकर एक प्रेस ब्रीफिंग में लखनऊ जोन के एडीजी राजीव कृष्णन ने कहा था, "हम जांच कर रहे हैं कि ड्राइवर, क्लीनर और मालिक (ट्रक के) का कुलदीप सिंह सेंगर और उसके सहयोगियों के साथ क्या कनेक्शन है? ट्रक के रजिस्ट्रेशन नंबर को काली स्याही से पेंट करने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर एडीजी ने कहा था, "हमें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है (ट्रक का लाइसेंस नंबर काली स्याही से पेंट किया गया है)। लेकिन ट्रक और कार दोनों की फोरेंसिक जांच की जाएगी और कार्रवाई की जाएगी।"

राजीव कृष्णन ने लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी और ट्रॉमा सेंटर में पीड़िता और उनके वकील से भी मुलाकात की थी। इस मुलाकात को लेकर कृष्णन ने कहा था, "डॉक्टरों ने मुझे बताया है कि उन्हें (पीड़िता और उनके वकील) को लाईफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। उनकी कुछ हड्डियों में फ्रैक्चर हुआ है। उनमें से एक के सिर में चोट लगी है।" राजीव कृष्णन ने कहा था कि यूपी सरकार पीड़िता के इलाज का पूरा खर्च उठा रही है।

पीड़िता की सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस टीम के बारे में बात करते हुए, ADG ने कहा था, पीड़िता के परिवार ने खुद कार में जगह की कमी के कारण सुरक्षा कर्मियों को उनके साथ नहीं जाने के लिए कहा था। लेकिन यह जांच का विषय है। हालांकि, उन्होंने उन्नाव एसपी से जांच करने को कहा है कि सुरक्षाकर्मी उनके साथ क्यों नहीं गए थे। बता दें कि पीड़िता को पिछले साल से पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई है। उनके पास 10 गार्ड थे, तीन व्यक्तिगत जबकि बाकी 7 उनके निवास की रक्षा करने के लिए।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूपी के लालगंज की तरफ विपरीत दिशा में जा रहे एक ट्रक से पीड़िता की कार टकरा गई थी। लालगंज-रायबरेली राजमार्ग पर सुल्तानपुर खेड़ा गांव में मोड़ के पास ट्रक ने कथित तौर पर वाहन को टक्कर मारी थी। पीड़ित, उनके वकील और अन्य लोग कुलदीप सेंगर के भाई अतुल सेंगर पर हमला करने के आरोप में रायबरेली जेल में बंद पीड़िता के चाचा से मिलने के लिए रायबरेली जा रहे थे।

गौरतलब है कि यह मामला पिछले साल अप्रैल में सुर्खियों में आया था। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि 2017 में कुलदीप सेंगर और उसके साथियों ने उसका रेप किया। लेकिन सेंगर अपने राजनीतिक प्रभाव के कारण गिरफ्तारी से बचते रहे। कुलदीप सेंगर पिछले साल से बलात्कार के आरोप में सीतापुर जेल में बंद हैं।

Created On :   31 July 2019 12:19 AM IST

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