GST और पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ भारत बंद:  रात 8 बजे तक 8 करोड़ व्यापारी बंद रखेंगे दुकान

Bharat Bandh Updates in hindi: strike against gst petrol price  
GST और पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ भारत बंद:  रात 8 बजे तक 8 करोड़ व्यापारी बंद रखेंगे दुकान
GST और पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ भारत बंद:  रात 8 बजे तक 8 करोड़ व्यापारी बंद रखेंगे दुकान
हाईलाइट
  • कई राज्यों में व्यापारिक संस्थान बंद हैं. रास्ते भी सूनी दिखाई दे रही हैं
  • देशभर के कई राज्यों में भारत बंद का असर दिख रहा है
  • भारत बंद आज
  • GST-फ्यूल की कीमतों के खिलाफ ट्रेडर-ट्रांसपोर्टर हड़ताल पर

डिजिटल डेस्क (भोपाल)। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें और गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) को लेकर द कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने भारत बंद बुलाया है। इसके समर्थन में सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक देभर कके 8 करोड़ व्यापरी दुकानें बंद रखेंगे। सड़क परिवहन क्षेत्र की सर्वोच्च संस्था ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन (AITWA) और अन्य संगठनों ने भी बंद के समर्थन का ऐलान किया है। जबकि, ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस(AIMTC) कोर कमेटी के चेयरमैन बाल मलकीत सिंह ने कहा कि आज का बंद व्यापारियों ने बुलाया है, कुछ संस्थाओं ने इसका समर्थन किया है। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस इसका समर्थन नहीं करती है, ये बंद सिर्फ कागजों में है जमीनी स्तर पर नहीं है। 

 भोपाल में दुकानें बंद 

कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि देशभर में 1,500 स्थानों पर धरना दिया जाएगा। सभी बाजार बंद रहेंगे। 40 हजार से ज्यादा व्यापारिक संगठनों से जुड़े करीब 8 करोड़ कारोबारी बंद को समर्थन दे रहे हैं। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पूरा मार्केट सुबह से बंद है। न्यू मार्केट से लेकर पुराने भोपाल में सुबह से दुकानों नहीं खुली हैं। 
 
बता दें कि हाल ही में जीएसटी यानी गुड्स एंड सर्विसेज़ टैक्स एक्ट में किए गए संशोधन किए गए हैं, जिनका ये संगठन विरोध कर रहे हैं। कैट के मुताबिक, पिछले साल 22 दिसंबर और उसके बाद GST नियमों में कई बदलाव किए गए। इसमें अधिकारियों को बहुत ज्यादा अधिकार दिए गए। अब कोई भी अधिकारी कोई भी कारण लेकर किसी भी व्यापारी का GST रजिस्ट्रेशन नंबर सस्पेंड या कैंसिल कर सकता है। बैंक अकाउंट और संपत्ति भी जब्त कर सकता है। खास बात यह है कि ऐसा करने से पहले कारोबारी को कोई नोटिस नहीं दिया जाएगा। यह कारोबारियों के मौलिक अधिकारों का हनन है।

 

 

Created On :   26 Feb 2021 11:04 AM IST

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