बजरंग दल कार्यकर्ता हत्याकांड: जेल में मोबाइल इस्तेमाल करने वाले आरोपियों के खिलाफ अलग से मामला दर्ज

Bajrang Dal worker murder case: Separate case registered against accused who used mobile in jail
बजरंग दल कार्यकर्ता हत्याकांड: जेल में मोबाइल इस्तेमाल करने वाले आरोपियों के खिलाफ अलग से मामला दर्ज
बेंगलुरु बजरंग दल कार्यकर्ता हत्याकांड: जेल में मोबाइल इस्तेमाल करने वाले आरोपियों के खिलाफ अलग से मामला दर्ज

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। बजरंग दल कार्यकर्ता हर्ष हत्याकांड में यहां अत्यधिक सुरक्षित केंद्रीय कारागार में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने के मामले में गिरफ्तार किए गए दस आरोपियों के खिलाफ अधिकारियों ने एक अलग मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।

बेंगलुरु के परप्पना अग्रहारा की केंद्रीय कारागार में बंद आरोपियों की अपने परिवार के सदस्यों, दोस्तों और रिश्तेदारों से वीडियो कॉल पर बात करने की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं। आरोपियों को तरजीह देने को लेकर जेल प्रशासन और राज्य सरकार आलोचनाओं के घेरे में आ गई है।

हर्ष की मां ने तो यहां तक कह दिया कि आरोपी को जेल में रखने के बजाय रिहा कर देना ही बेहतर है, अगर इसी तरह किसी को सजा दी जाती है। उन्होंने यह भी कहा है कि सिस्टम ने उनके साथ विश्वासघात किया है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एडीजीपी (कारागार) आलोक मोहन ने केंद्रीय कारागार के मुख्य अधीक्षक रंगनाथ और 6 अधिकारियों को पद से हटा दिया है। जांच में साबित हुआ है कि आरोपी जेल में मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे थे। जेल अधिकारियों ने कहा कि उनके खिलाफ एक अलग मामला दर्ज किया गया है जिसमें अपराध के लिए 5 साल तक की अतिरिक्त कैद होगी।

यह छापेमारी केंद्रीय कारागार के मुख्य अधीक्षक पी. एस. रमेश के नेतृत्व में की गई। अधिकारियों ने जेल में बंद 900 विचाराधीन और 300 से अधिक कैदियों की जांच की। सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने जेल से 80,000 रुपये नकद, मेमोरी कार्ड, सिम कार्ड, पेन ड्राइव और चाकू बरामद किए हैं।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है और तुरंत कार्रवाई शुरू की जाएगी। हिजाब को लेकर चल रहे विवाद के दौरान 20 फरवरी को कानून और व्यवस्था की स्थिति पर चिंताओं के बीच बदमाशों के एक गिरोह ने हर्ष की हत्या कर दी थी। हर्ष, जो लोकप्रिय रूप से हर्ष हिंदू के रूप में जाने जाते थे, हिंदुत्व गतिविधियों में सबसे आगे थे और उन्होंने गायों के अवैध परिवहन पर सवाल उठाया था। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर कट्टर हिंदुत्व संदेश साझा किए और हिजाब मुद्दे पर भी टिप्पणी की थी।

हत्या के कारण राज्य में व्यापक हिंसा हुई। भाजपा ने दावा किया कि कुछ संगठन हत्या के जरिए संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं। विपक्षी कांग्रेस ने कहा कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक हैं, भाजपा इस घटना का राजनीतिक फायदा उठाना चाहती है। मामले की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कर रही है। हर्ष हत्याकांड में पुलिस ने अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने उनके खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) की धाराएं भी लगाई हैं।

 

 (आईएएनएस)

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Created On :   6 July 2022 7:00 PM IST

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