बनारस रेल्वे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने में 100 करोड़ खर्च, पीएम मोदी ने लिया जायजा
- 6 सालों में करीब 100 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
- यह स्टेशन कई सुविधायों है लेस
- स्टेशन में बड़े आकार में अर्धनारीश्वर की तस्वीर उकेरी गई है।
डिजिटल डेस्क वराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे को लेकर सुर्खियों में है। उन्होनें सोमवार की शाम को गंगा आरती क्रूज पर सवार होकर देखी। साथ ही देर रात पीएम मोदी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ करीब 1 बजे बनारस रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 8 पर पहुंचे और स्टेशन पर किए जा रहें विकास कार्यो का जायजा लिया। करीब 100 करोड की लागत से तैयार हुया यह स्टेशन लग्जरी सुविधायों से लेस हैं।
कुछ माह पहले ही बदला है स्टेशन का नाम
कई विश्व स्तरीय सुविधाओं को ध्यान में रखकर तैयार किए जा रहें इस स्टेशन का स्टेशन का नाम मंडुआडीह था जिसे जुलाई 2021 में बदलकर बनारस कर दिया गया हैं। यह स्टेशन वाराणसी के अंदर ही आता है। बताया जा हैं इसके नाम बदलने कारण यह हैं कि दूरदराज से आने वाले यात्रियों को इसके पुराने नाम से कुछ भ्रम हो जाता था और लोग मंडुआडीह स्टेशन को बनारस से जोड नहीं पाते थे,जिसे दूर करने के लिए इसका का नाम बदलकर बनारस कर दिया गया।
कैसा है स्टेशन का स्वरूप
स्टेशन में यात्रियों की सुविधाओं के मद्देनजर वर्ल्ड क्लास स्टेशन तैयार किया गया है. पहले इस स्टेशन पर केवल 3 प्लेटफार्म थे लेकिन वर्तमान में यहां 8 प्लेटफार्म हैं। जहां पर भारतीय रेलवे द्वारा यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं दी गई है
आपको बता दें प्लेटफार्म नंबर 8 की तरफ यात्रियों के लिए बड़ा लाउंज बनाया गया है। यहां एक तरफ बुकिंग काउंटर तो दूसरी तरफ दीवार पर बड़े आकार में अर्धनारीश्वर की तस्वीर उकेरी गई है। जिसमे बीचों-बीच भागीरथी को बहता हुआ दिखाया गया है इसे बेहद ही आकर्षक रूप दिया गया है।
क्या हैं विशेष
यह स्टेशन कई सुविधायों से लेस है लेकिन इसे वल्ड क्लास रूप देने के लिये यहां वीआईपी लाउंज के साथ ही खानपान के भी कई स्टॉल खोले गए हैं। एक से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए स्टेशन के दोनों तरफ फुटओवर ब्रिज का निर्माण किया गया है। जिससे यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर जाने में असुविधा का सामना ना करना पडे। स्टेशन में एक वेटिंग हॉल बनाया गया है। इसकी क्षमता 161 यात्रियों के बैठने की है। और 108 सीट का अपर क्लास वेटिंग हॉल भी है यहां महिलाओं और पुरुष को ध्यान में रखकर अलग-अलग वेटिंग रूम की व्यवस्था की गई है।साथ ही सभी प्लेटफार्म पर एंट्री और एग्जिट गेट पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गये हैं
लागत
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि इस स्टेशन को विकसित करने और वर्ल्ड क्लास स्वरुप देने के लिए पिछले 6 सालों में करीब 100 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
Created On :   14 Dec 2021 6:39 PM IST