स्वदेशी ताकत: भारतीय नौसेना में आज शामिल होगा स्वदेशी युद्धक जहाज आईएनएस इंफाल, हिंद महासागर में अब चीन की खैर नहीं
- 300 नौसैनिक हो सकते हैं तैनात
- मिसाइलें, सर्विलांस रडार और टॉरपीडो से लैस
- 75 फीसदी स्वदेशी तकनीक से निर्मित
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय नौसेना में आज भारत का स्वदेशी युद्धक जहाज आईएनएस इंफाल शामिल होने जा रहा है। आईएनएस के शामिल होने का कार्यक्रम मुंबई के नेवल डॉकयार्ड में आयोजित होगा। कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल होंगे।
आपक बता दें आईएनएस इंफाल को भारतीय नौसेना ने भारत में ही डिजाइन किया हुआ है। जो विशाखापत्तनम श्रेणी का डेस्ट्रॉयर है। जिस पर ब्रह्मोस मिसाइलें तैनात हैं, जो जमीन से जमीन पर और जमीन से हवा में मार करने में सक्षम हैं। साथ ही इस पर पनडुब्बियों को निशाना बनाने वाले रॉकेट लॉन्चर और 76एमएम की सुपर रैपिड गन भी लगी हुई है। आईएनएस इंफाल बराक 8 मिसाइलें, सर्विलांस रडार और टॉरपीडो से भी लैस है।
75 फीसदी स्वदेशी तकनीक से आईएनएस इंफाल का निर्माण मझगांव डॉक लिमिटेड में किया गया है। पहली बार किसी युद्धक जहाज का नाम उत्तर पूर्व के एक शहर के नाम पर रखा गया है। युद्धक जहाज का नाम मणिपुर की राजधानी इंफाल के नाम पर रखा है, जिसे 2019 में राष्ट्रपति ने मंजूरी दी थी। आईएनएस इंफाल नाम देश की सुरक्षा और समृद्धि में देश के उत्तरपूर्व क्षेत्र की अहमियत को दर्शाता है। 30 नॉट्स की स्पीड से चलने में सक्षम आईएनएस इंफाल परमाणु हमले, जैविक हमले और रसायनिक हमले यानि हर हमले में लड़ने के लिए सक्षम हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक 20 अक्टूबर आईएनएस इंफाल को भारतीय नौसेना को सुपुर्द किया गया था। आईएनएस इंफाल नौसेना की वेस्टर्न नेवल कमांड का हिस्सा बनेगा। आईएनएस इंफाल के नौसेना में शामिल होने से हिंद महासागर में भारत की युद्धक क्षमताएं कई गुना बढ़ेंगी। साथ ही चीन के बढ़ते प्रभाव को भी कम किया जा सकेगा।
Created On :   26 Dec 2023 6:51 AM GMT