देश में रंगो का त्योहार 'होली' आज: UP में नमाज के समय में बदलाव, हैदराबाद में जबरन रंग डालने पर रोक, जानें किन-किन राज्यों में पर्व के चलते कैसी रहेगी सुरक्षा व्यवस्था

- देश में आज धूम-धाम के साथ मनाई जाएगी होली
- त्योहार के मद्देनजर राज्यों में सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त
- जानें किन-किन राज्यों में कैसी रहेंगे सुरक्षा के इंतजाम
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में आज यानी शुक्रवार को होली का पर्व धूम धाम से मनाया जाएगा। इस त्यौहार को मनाने के लिए लोगों में खुशी की लहर दिखाई दे रही है। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं। उत्तरप्रदेश की बात करें तो होली के त्यौहार को ध्यान में रखते हुए कई जिलों में नमाज के समय में बदलाव किया गया है। जबकि, हैदराबाद में जबरदस्ती रंग डालने और सार्वजनिक स्थानों पर समूहों में दोपाहलिया समेत अन्य वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाया गया है। वहीं, पश्चिम बंगाल के बीरभूम में भी सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त किए गए हैं। बीरभूम के शांतिनिकेतन में सोनाझुरी हाट पर होली समारोह पर रोक लगा दी गई हैं। तो आइए जानते हैं कि देश में होली और रमजान को लेकर किन-किन राज्यों में किस तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं
यूपी, हैदराबद और पश्चिम बंगाल में लागू रहेगी ये पाबंदियां
उत्तरप्रदेश में होली और जुमे के मौके पर प्रशासन ने सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए हैं। राज्य में शाहजहांपुर, संभल, अलीगढ़ समेत कई जिलों में मस्जिदों को ढक दिया गया है। जबकि, 14 जिलों में नमाज के समय में बदलाव किया गया है। इन शहरों में शाहजहांपुर, संभल, जौनपुर ,मिर्जापुर, ललितपुर, औरैया, लखनऊ, मुरादाबाद, रामपुर,अमरोहा, उन्नाव, बरेली, मुरादाबाद, सोनभद्र और अयोध्या शामिल हैं। इसके अलावा अन्य जगहों पर दोपहर के ढाई बजे नमाज पढ़ने के निर्देश जारी किए गए हैं।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, हैदराबाद में पुलिस ने होली पर्व को लेकर कुछ प्रतिबंध लगाए हैं। इसके तहत समूहों में वाहनों के आवागमन और अनिच्छुक व्यक्तियों पर रंग डालने के निर्देश जारी किए गए हैं। इस संबंध में पुलिस ने एक अधिसूचना में सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर समूहों में दोपहिया और अन्य वाहनों के आवागमन पर रोक लगाया है। जिससे शांति-व्यवस्था कायम रह सकें और जनता को किसी भी तरह की असुविधा या खतरा न हो पाया।अधिसूचना के मुताबिक, अनिच्छुक व्यक्तियों, स्थानों और वाहनों पर रंग या रंगीन पानी फेंकना या सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर अनिच्छुक लोगों को रंग लगाना एवं उनके लिए परेशानी खड़ी करने पर भी रोक लगाई गई है। यह सरकारी आदेश 13 मार्च की शाम 6 बजे से 15 मार्च सुबह 5 बजे लागू रहेगा। जबकि 14 मार्च को सुबह 6 बजे से शाम छह बजे तक शराब/ताड़ी की दुकानों और रेस्तरां से जुड़े बार (स्टार होटलों और पंजीकृत क्लबों के बार को छोड़कर) को बंद करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
इस साल पश्चिम बंगाल सरकार ने होली के पर्व को लेकर बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने बीरभूम जिले के शांतिनिकेतन में लोकप्रिय सोनाझरी हाट पर होली समारोह पर रोक लगा दी है। जिससे वन क्षेत्र में हरियाली को किसी तरह का नुकसान न पहुंच पाए। इस बारे में बुधवार को एक अधिकारी ने पुष्टि की। बता दें, सोनाझरी हट विश्व भारती के शांतिनिकेतन परिसर के नजदीक स्थित है। यह यूनेस्को धरोहर स्थल है। इस बारे में बोलपुर प्रभागीय वन अधिकारी राहुल कुमार ने जानकारी साझा की। उन्होंने बताया इलाके में कई बैनर लगाए गए हैं, जिनमें लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे वहां न तो वाहन खड़ा करें और न ही रंगों का त्योहार मनाएं। उन्होंने कहा कि आगंतुकों से होली उत्सव का वीडियो न बनाने का भी अनुरोध किया गया है।
दिल्ली में 25,000 सुरक्षाकर्मी तैनात
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में होली और रमजान के जुमे की नमाज से पहले दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के इंतजाम पुख्ते कर दिए हैं। इस संबंध में एक अधिकारी ने जानकारी साझा की है। उन्होंने बताया कि कानून और व्यवस्था बनाये रखने के लिए अर्धसैनिक बलों के साथ 25,000 से अधिक पुलिस कर्मी शहर में कड़ी निगरानी रखेंगे। 14 मार्च को होली का त्योहार है और इसी दिन रमजान महीने के जुमे (शुक्रवार) की नमाज भी होगी। इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस ने 300 से ज्यादा संवेदनशील जगहों की पहचान की है। साथ ही ड्रोन-सीसीटीवी कैमरे की मदद से हर स्थिति की निगरानी रखी जा रही है। इसके अलावा दिल्ली में सभी 15 पुलिस जिलों को खास तौर पर रिहायशी इलाकों और होली के लिए प्रसिद्ध जगहों पर गश्त बढ़ाने का निर्देश दिया गया है।
देश में एक ओर जहां होली और जुमे की नमाज के लिए दोनों समुदायों के बीच बयानबाजी तेज हैं। वहीं, दूसरी ओर धर्मनगरी हरिद्वार के मुस्लिम समाज ने सौहार्द का उदाहरण पेश किया है। दरअसल, 14 मार्च को होली के पर्व को देखते हुए मुस्लिम समाज ने अपनी नमाज पढ़ने का समय बदल दिया है। इस बारे में जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के उत्तराखंड प्रकोष्ठ के अध्यक्ष और ज्वालापुर के सबसे बड़े मदरसे के प्रबंधक मौलाना आरिफ कासमी ने जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रमजान में जुमे की नमाज और होली एक ही दिन पड़ रहे हैं जिसे देखते हुए हमने बीच का रास्ता निकाला है। उन्होंने कहा कि हमने जुमे की नमाज पढ़ने का समय बदल दिया है ताकि किसी को दिक्कत न हो और हिन्दू एवं मुसलमान दोनों में भाईचारा और अमन-चैन कायम रहे। कासमी ने आगे कहा कि अमूमन जुमे की नमाज दोपहर पौने एक बजे से सवा दो बजे तक होती है लेकिन होली को देखते हुए हरिद्वार के शहरी क्षेत्रों में नमाज अपने तयशुदा समय से एक से डेढ़ घंटे देरी से यानी दोपहर ढाई बजे पढ़ी जाएगी जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह अपने समय से एक से डेढ़ घंटा पहले पढ़ ली जाएगी।
Created On :   14 March 2025 1:40 AM IST