Farmers movement: पंजाब पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों को खदेड़ा, सरवन पंधेर और जगजीत डल्लेवाल को हिरासत में लिया, खनौरी बॉर्डर पर भी...

- पंजाब पुलिस ने शंभू बॉर्डर से किसानों को हटाया
- किसानों के रहने वाले शेड भी गिराए
- खनौरी बॉर्डर से भी किसानों को हटाने की तैयारी
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। पंजाब पुलिस ने बीते एक साल से बंद हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर को खोलना प्रारंभ कर दिया है। आंदोलन कर रहे किसानों को भी पुलिस ने खदेड़ना शुरु कर दिया है। पुलिस बुलडोजर से किसानों के बनाए शेड भी हटा रही है। वहीं, खनौरी बॉर्डर पर भी भारी पुलिस बल तैनात है, जल्द ही यहां से भी आंदोलन पर बैठे किसानों को हटाया जाएगा।
इससे पहले केंद्र सरकार और आंदोलनकारी किसानों के बीच बुधवार को हुई बैठक फिर बिना किसी नतीजे की रही। करीब 4 घंटे चली इस बैठक में सरकार की ओर से केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, पीयूष गोयल और प्रह्लाद जोशी शामिल हुए।
मीटिंग के बाद जब किसान नेता आंदोलन स्थल पर पहुंच रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए किसानों में किसान मजदूर मोर्चा (KMM) के संयोजक सरवण पंधेर और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के जगजीत डल्लेवाल भी शामिल हैं। इन दोनों के नेतृत्व में ही ये आंदोलन चल रहा है। इनके अलावा किसान नेता काका सिंह कोटड़ा, अभिमन्यु कोहाड़, मनजीत राय, ओंकार सिंह को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।
बता दें कि किसान बीते 13 महीने से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। तब दिल्ली कूच करते समय हरियाणा पुलिस ने उन्हें बैरिकेडिंग कर बॉर्डर पर ही रोक दिया था। वह MSP की गारंटी के कानून की मांग कर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने 4 बार दिल्ली जाने का प्रयास किया लेकिन उन्हें शंभू और खनौरी बॉर्डर से आगे ही नहीं बढ़ने दिया गया।
किसानों की प्रमुख मांगे -
- किसानों की सरकार से मांग है कि सभी फसलों पर एमएसपी पर खरीद की गारंटी का कानून बने।
- डॉ. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के हिसाब से कीमत तय हों।
- किसानों और मजदूरों का कर्जा माफ हो।
- विद्युत संशोधन बिल 2020 रद्द हो।
- मुक्त व्यापार समझौतों पर रोक लगाई जाए।
Created On :   19 March 2025 9:20 PM IST