M-POX CLAD-1: देश में मंकीपॉक्स क्लेड-1 वेरिएंट का पहला मामला, डब्लूएचओ ने घोषित की वर्ल्ड इमरजेंसी

देश में मंकीपॉक्स क्लेड-1 वेरिएंट का पहला मामला, डब्लूएचओ ने घोषित की वर्ल्ड इमरजेंसी
  • देश में पाया गया एमपॉक्स का नया क्लेड-1 वेरिएंट
  • डब्लूएचओ ने इस नए वेरिएंट को वर्ल्ड इमरजेंसी दिया करार
  • एमपॉक्स के एकमात्र मरीज को मिली छुट्टी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में मंकीपॉक्स वायरस के पहले केस की पुष्टी हो गई है। पिछले हफ्ते केरल के मल्लपुरम में मिले मामले की जांच की जा रही थी। सूत्रों के मुताबिक, जांच के बाद शख्स में मंकीपॉक्स क्लेड-1 वेरिएंट की पुष्टी की गई है। सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि पिछले हफ्ते केरल के मल्लपुरम में एक 38 साल के युवक में एमपॉक्स के लक्ष्ण दिखाई दिए थे। इसके बाद उसकी जांच की गई। रिपोर्ट्स के अनुसार व्यक्ति एमपॉक्स वायरस से संक्रमित पाया गया।

स्वास्थ मंत्रालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, संक्रमित व्यक्ति की यूएई की ट्रैवल हिस्ट्री मिली है। संक्रमित मरीज में एमपॉक्स के जिस वेरिएंट की पुष्टि की गई है उसे क्लेड-1 कहा जाता है। बता दें, डब्लूएचओ ने एमपॉक्स के इस वेरिएंट को वर्ल्ड इमरजेंसी करार दिया है। सूत्रों ने बताया, संक्रमित मरीज बीते एक हफ्ते से अस्पताल में भर्ती है और उसे आईसोलेशन में रखा गया है।

सूत्रों के मुताबिक, देश में एमपॉक्स वायरस के इस वेरिएंट का यह पहला केस है। इससे पहले दिल्ली में एमपॉक्स का एक और मामला सामने आया था। हरियाणा के हिसार निवासी एक व्यक्ति में मंकीपॉक्स का क्लेड-2 वेरिएंट पाया गया था। डब्लूएचओ ने दूसरी बार मंकीपॉक्स को पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है। उनके इस घोषणा के बाद भारत में इसके 30 मामले सामने आए हैं।

एमपॉक्स के एकमात्र मरीज को मिली छुट्टी

हरियाणा के हिसार निवासी एक 26 वर्ष के युवक में बीते दिनों एमपॉक्स के क्लेड-2 वेरिएंट की पुष्टी हुई थी। जिसके बाद युवक को महीने की शुरुआत में दिल्ली के जयप्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मरीज के ठीक हो जाने के बाद शनिवार 21 सितंबर को मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। बता दें, संक्रमित व्यक्ति को 8 सितंबर को अस्पताल लाया गया था।

Created On :   23 Sept 2024 8:59 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story