छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: ED की गिरफ्त में कवासी लखमा, कोर्ट ने 7 दिन की रिमांड पर पहुंचा, पूर्व आबकारी मंत्री बोले - मोदी-शाह के इशारे पर लिया एक्शन
- कथित शराब घोटाले में ईडी का बड़ा एक्शन
- कवासी लखमा को किया गिरफ्तार
- कोर्ट से मिली 7 दिन की रिमांड
डिजिटल डेस्क, रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाला मामले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। वे बुधवार को तीसरी बार ईडी के दफ्तर पूछताछ के लिए पहुंचे थे। इस दौरान जांच एजेंसी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उनका बेटा हरीश लखमा भी इस मामले में दोषी है। हालांकि उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है।
कोर्ट ने दी 7 दिन की रिमांड
गिरफ्तारी के बाद कवासी लखमा को जस्टिस अतुल श्रीवास्तव को अदालत में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने 21 जनवरी तक ईडी को कवासी लखमा की रिमांड दे दी। मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, 'मेरे पास से एक रुपए नहीं पकड़ा गया, ना ही कोई दस्तावेज मिला है। शाह, मोदी और पूरी बीजेपी सरकार फर्जी मामला बनाकर मुझे परेशान कर रहे। मैं बस्तर की आवाज उठाता रहूंगा।'
क्या बोले ईडी के वकील?
मामले की जानकारी देते हुए ED के वकील सौरभ पाण्डे ने कहा, "शराब घोटाले की जांच चल रही है। इसके संदर्भ में हमें कुछ सबूत मिले हैं, जैसे अरविंद सिंह का एक रिकॉर्ड किया गया बयान हमें मिला था। जिसमें उसने बताया था कि शराब कार्टेल द्वारा 50 लाख रुपये का मासिक भुगतान कवासी लखमा को किया जाता था। इसी के साथ अरुण पति त्रिपाठी (गिरफ्तार पूर्व IAS अधिकारी) के बयान से यह भी पता चलता है कि उन्हें (कवासी लखमा) शराब कार्टेल द्वारा इन 50 लाख रुपये के अलावा 1.5 करोड़ रुपये अतिरिक्त दिए गए थे। कुल मिलाकर उन्हें हर माह 2 करोड़ रुपए दिए जा रहे थे। 36 महीने तक ये घोटाला चला है। इसका मतलब अपराध की कुल आय लगभग 72 करोड़ रुपये थी।"
बता दें कि तत्कालीन भूपेश बघेल सरकार के समय हुए शराब घोटाला मामले में 28 दिसंबर को ED ने पूर्व मंत्री लखमा, उनके बेटे हरीश लखमा और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर रेड मारी थी। इस कार्रवाई में ED को नगद लेनदेन के सबूत मिलने की जानकारी दी गई थी। इसके बाद दोनों को 3 जनवरी में पूछताछ के बाद छोड़ा गया था।
Created On :   15 Jan 2025 10:07 PM IST