शिवाजी प्रतिमा मामला: जल्द खुलेंगे शिवाजी महाराज की प्रतिमा बनने से जुड़े बड़े राज, गिरफ्त में आया मूर्तिकार, पुलिस पूछेगी सवाल- कैसे गिरी करोड़ों की प्रतिमा?

जल्द खुलेंगे शिवाजी महाराज की प्रतिमा बनने से जुड़े बड़े राज, गिरफ्त में आया मूर्तिकार, पुलिस पूछेगी सवाल- कैसे गिरी करोड़ों की प्रतिमा?
  • गिरफ्त में आया मूर्तिकार जयदीप आप्टे
  • महाराष्ट्र पुलिस को मिली बड़ी सफलता
  • महाराष्ट्र में शिवाजी प्रतिमा को लेकर सियासत तेज

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी की मूर्ति गिरने को लेकर सियासत तेज है। विपक्ष लगातार शिंदे सरकार और बीजेपी सरकार पर हमलावर दिखाई दे रही है। बता दें कि, महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति 26 अगस्त को दोपहर करीब एक बजे ढह गई। जिसके बाद महाराष्ट्र में बवाल मच गया। इस बीच अब महाराष्ट्र पुलिस ने इस मामले में आरोपी मूर्तिकार जयदीप आप्टे को बुधवार की रात को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस रिपोर्ट के मुतबिक, गिरफ्तारी से बचने के लिए आप्टे अंधेरे का फायदा उठाकर कल्याण में स्थित अपने घर गया था। जहां पुलिस ने उसकी ही पत्नी की मदद से उसे गिरफ्तार कर लिया। उसकी तलाश के लिए पुलिस ने सात टीमें बनाई थीं। भारतीय न्याय संहिता के कई धाराओं के तहत पुलिस ने आप्टे और उसके सहयोगी चेतन पाटिल के खिलाफ मामला दर्ज किया। इसके बाद आप्टे के खिलाफ एक लुक आउट सर्कुलर (LOC) नोटिस भी जारी की। ताकि अगर ये भारत छोड़ने की कोशिश करें तो उसे गिरफ्तार किया जा सके। आप्टे की गिरफ्तारी के बाद माना जा रहा है कि मूर्ति बनाने में हुई धांधली से जुड़ी बड़ी बातों का खुलासा हो सकता है।

विपक्ष के सवाल-जवाब

शिवाजी महाराज की मूर्ति ढहने के बाद राजनीति गरमा गई। मूर्ति गिरने के बाद विपक्ष ने इसपर सवाल उठाए और महायुति सरकार पर निशाना साधा। महाराष्ट्र पुलिस ने मूर्तिकार जयदीप आप्टे और उसके साथी स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता के अलग-अलग धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है। पाटिल को तो पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। जबकि आप्टे के खिलाफ एलओसी जारी किया गया था।

इस घटना के बाद विपक्षी नेताओं में संग्राम छिड़ गया। नेताओं की ओर से इस मुद्दे पर आपत्ति जताई गई और कहा गया कि अगर आप्टे के पास इतनी बड़ी संरचना तैयार करने का कोई अनुभव नहीं था। इसके बावजूद उन्हें शिवाजी की प्रतिमा बनाने का कॉन्ट्रैक्ट कैसे और क्यों दिया गया?

किसने की थी मूर्ति की स्थापना

महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले पर छत्रपति शिवाजी महाराज की यह प्रतिमा भारतीय नौसेना की ओर से स्थापित की गई थी। इसके निर्माण करने का ठेका कल्याण के जयदीप आप्टे को दिया गया था। इस प्रतिमा का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 दिसंबर 2023 को नौसेना दिवस के अवसर पर किया था। जिसकी देखरेख की जिम्मेदारी नौसेना की थी। आपको बता दें कि, 1 नवंबर 2018 को महाराष्ट्र सरकार ने प्रतिमा निर्माण के लिए नौसेना को 2 करोड़ 36 लाख रुपए का फंड दिया था। जिसमें साइट का सर्वेक्षण और जांच से लेकर पुलिस की सुरक्षा उपाय भी शामिल थे। लेकिन सिर्फ आठ महीने बाद 26 अगस्त 2024 को तेज हवा की वजह से शिवाजी महाराज की 35 फीट ऊंची प्रतिमा ढह गई।

Created On :   5 Sept 2024 3:46 PM IST

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