जम्मू कश्मीर आतंकी हमला: क्या पहलगाम में पर्यटकों पर हमले का है पाकिस्तानी कनेक्शन? पाक आर्मी चीफ के बयान से मिल रहे संकेत

क्या पहलगाम में पर्यटकों पर हमले का है पाकिस्तानी कनेक्शन? पाक आर्मी चीफ के बयान से मिल रहे संकेत
  • पहलगाम में मंगलवार को हुआ आतंकी हमला
  • हमले के पीछे पाकिस्तानी कनेक्शन के संकेत
  • पाक आर्मी चीफ के बयान से हलचल तेज

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पहलगाम के बैसरन घाटी में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों को मौत के घाट उतार दिया गया। इस हमले की जिम्मेदारी खुद लश्कर-ए-तैयबा के फ्रंट संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) घटना को लेकर देशभर में आक्रोश का माहौल है। इस हमले के बाद सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर का बयान जमकर वायरल हो रहा है। बता दें, कुछ दिनों पहले 16 अप्रैल को पाकिस्तान सेना के प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने इस्लामाबाद में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। इस कार्यक्रम में उन्होंने कश्मीर को पाकिस्तान की गर्दन की नस बताया था। इस दौरान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ समेत कई दिग्गज नेता मौजूद थे।

पाक चीफ ने भारत के खिलाफ उगला जहर

कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा था कि हमारे आजादी के वक्त हमारे लोगों ने पाकिस्तान का निर्माण यह मानकर किया था कि हम हिंदुओं से हर तरह से अलग हैं. हमारी परंपराएं, धर्म, रीति-रिवाज, सोच सब कुछ अलग है. उन्होंने दो-राष्ट्र सिद्धांत का समर्थन करते हुए हिंदुओं और मुसलमानों को अलग बताया और भारत-पाकिस्तान विभाजन को सही ठहराया. उन्होंने कहा था कि वह कश्मीरी भाइयों और बहनों को अकेले नहीं रहने देंगे. पाकिस्तानी सेना प्रमुख के बयान के बाद जिस तरह से भारत पर हमला हुआ वह वाकई में चिंता की बात है।

इसके बाद पाकिस्तानी सेना चीफ के बयान पर भारत ने जमकर लताड़ लगाई थी। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और कोई विदेशी तत्व उसे गर्दन की नस नहीं कह सकता। भारत ने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान की नीयत भारत की संप्रभुता को चुनौती देना नहीं, बल्कि अपने आंतरिक संकटों से ध्यान भटकाना है।

पहलगाम में जारी सर्च ऑपरेशन

पहलगाम में आतंकी हमले के बाद से सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। अब तक कुल 4 लोगों की पहचान की गई है। हमलावरों में दो आतंकी पाकिस्तान के बताए जा रहे हैं। ये दोनों पश्तो भाषा में बात कर रहे थे। इसके अलावा दो स्थनीय आतंकियों की पहचान भी हुई है। एक की पहचान आदिल अहमद के रूप में हुई है। वह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है, जो बिजबेहड़ा का रहने वाला है। जबकि, दूसरे आतंकी का नाम आशिफ शेख है। वह भी जैश-ए-मोहम्मद का बताया जा रहा है। वह त्राल का रहने वाला है। माना जा रहा है कि इनमें से एक या दो आतंकियों ने बॉडीकैम से हमले को रिकॉर्ड किया है।

शुरुआती कार्रवाई के दौरान, भारतीय सुरक्षा एजेंसी ने तीन आतंकियों के स्केच जारी किए हैं। वहीं, इलाके में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया है। इस हमले से साफ हो गया है कि अब भी आतंकवादी नेटवर्क घाटी में काफी एक्टिव है। इसे पाकिस्तान का सपोर्ट प्राप्त है।

Created On :   23 April 2025 6:45 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story