Manipur Violence: मणिपुर हिंसा को लेकर अमित शाह ने की समीक्षा बैठक, NPP ने बीजेपी सरकार से समर्थन लिया वापस
- मणिपुर में हिंसा का दौर जारी
- अमित शाह ने की समीक्षा बैठक
- NPP ने सरकार से समर्थन लिया वापस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मणिपुर में हिंसा जारी है। जिसके चलते राज्य में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। इस बीच एनपीपी ने बीजेपी सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। साथ ही, एनपीपी ने आरोप लगाया है कि सीएम एन बीरेन सिंह राज्य में बिगड़ते हालात को संभालने में नाकाम रहे हैं।
गृह मंत्री ने की समीक्षा बैठक
इधर, गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को महाराष्ट्र की चार रैलियों को रद्द कर दिया। अमित शाह महाराष्ट्र तो पहुंचे जरूर थे लेकिन, वे बिना रैली संबोधित किए वापस दिल्ली लौट आए। इसके बाद दिल्ली वापस लौटते ही अमित शाह मणिपुर में हिंसा को लेकर मीटिंग की। गृह मंत्री ने अधिकारियों के साथ मीटिंग के दौरान राज्य में शांति सुनिश्चित करने को कहा है।
बता दें कि, शनिवार को मणिपुर में इंफाल घाटी के विभिन्न जिलों में गुस्साई भीड़ ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के तीन और विधायकों के अलावा कांग्रेस के एक विधायक के आवास को आग के हवाले कर दिया है। अधिकारियों ने कहा है कि प्रदर्शनकारियों ने राज्य के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के पैतृक आवास पर भी धावा बोलने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस ने उसे रोक दिया।
जानिए राज्य का सियासी समीकरण
एनपीपी (नेशनल पीपुल्स पार्टी) ने राज्य में जारी हिंसा को देखने को बीजेपी सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। 60 विधानसभा सीटें वाले मणिपुर में बहुमत के लिए 31 सीटें चाहिए। जिसमें बीजेपी के पास 32 सीटें हैं। एनपीपी के पास 7 विधायक है। जिसने अब बीजेपी सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया। हालांकि, एनपीपी के समर्थन वापस लेने से एन बीरेन सिंह सरकार पर किसी भी तरह का असर नहीं पड़ने वाला है। लेकिन, राज्य में बढ़ते तनाव को लेकर केंद्र और राज्य सरकार को जल्द से जल्द एक्शन लेना होगा।
Created On :   17 Nov 2024 8:59 PM IST