समंदर में हादसा: गेटवे ऑफ इंडिया के पास 85 से ज्यादा यात्रियों से भरी नाव पलटी, 1 की मौत, 5 की हालत गंभीर
- गेटवे ऑफ इंडिया के पास नाव पलटने से 1 की मौत
- रेस्क्यू किए गए लोगों में 5 की हालत गंभीर
- राहत-बचाव का काम जारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया के पास समंदर में 85 से ज्यादा यात्रियों से भरी एक नाव पलट गई है। जिसके चलते नाव में बैठे लोग पानी में डूब गए। खबर लिखने के तक 79 यात्रियों को बचा लिया गया है। इनमें से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। बाकी डूबे हुए लोगों की तलाश जारी है।
नाव 3.15 बजे एलीफेंटा के लिए हुई थी रवाना
जानकारी के मुताबिक, एलीफेंटा जा रही निजी नौका नीलकमल उरण, करंजा के पास पलट गई है। बता दें कि, नाव दोपहर करीब 3.15 बजे एलीफेंटा के लिए रवाना हुई थी। मुंबई पुलिस ने बताया कि राहत बचाव टीम मौके पर पहुंच गई है। यात्रियों को निकालने और बचाने का काम जारी है। पुलिस ने कहा कि अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि नाव में कितने यात्री सवार थे। गोताखोरों को समंदर में उतारा गया है। जिसके चलते भी लोगों को निकाला जा रहा है।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बुधवार दोपहर मौसम साफ होने की चलते गेटवे ऑफ इंडिया पर बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे थे। जिसके बाद कई लोग बोटिंग करने के लिए समंदर में भी उतरे थे। कुछ पर्यटक एक नाव में सवार होकर एलीफेंटा की ओर जा रहे थे। जैसे ही इनकी बोट समंदर का किनार छोड़ कर करीब 50 मीटर अंदर गई, अचानक से कुछ हुआ और नाव डूबने लगी। जिसके बाद वहां मौजूद एक बोट ने डूबती हुई बोट से कुछ यात्रियों को बचा लिया।
भारतीय तटरक्षक बल ने गेटवे ऑफ इंडिया के पास पलटी नाव के बचाव अभियान का वीडियो जारी किया है। वहीं, BMC ने बताया कि 5 लोग लापता हैं। अस्पताल में भर्ती कराए गए 5 लोगों की हालत गंभीर है और 1 की मौत हो गई है। बाकी लोगों की हालत स्थिर है।
घटना पर मुख्यमंत्री का बयान
घटना के बारे में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सूचना मिली कि एलीफेंटा जा रही नीलकमल नाव दुर्घटनाग्रस्त हो गयी है। तत्काल सहायता के लिए नौसेना, तटरक्षक बल, बंदरगाह, पुलिस टीमों की नौकाएं भेजी गई हैं। हम जिला एवं पुलिस प्रशासन से लगातार संपर्क में हैं, सौभाग्य से अधिकांश नागरिकों को बचा लिया गया है। हालाँकि, बचाव कार्य अभी भी जारी है। जिला प्रशासन को उन सभी प्रणालियों को बचाव कार्यों में लगाने के आदेश दिए गए हैं।
Created On :   18 Dec 2024 7:14 PM IST