हेल्थ केयर: WHO ने किया Mpox को पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित, ये लक्षण दिखाई दें तो लें डॉक्टर की सलाह
- WHO ने किया एमपॉक्स को हेल्थ इमरजेंसी घोषित
- कांगो सहित 13 अफ्रीकी देशों में फैल रहा एमपॉक्स का प्रकोप
- जानिए Mpox के लक्षण
डिजिटल डेस्क, भोपाल। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 14 अगस्त को एमपॉक्स (Mpox) की स्थिति को फिर हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है। कांगो में इस वायरस के बढ़ते प्रकोप के बाद यह फैसला किया गया है। स्वीडन ने 15 अगस्त को एमपॉक्स के अपने पहले केस की पुष्टि की, जो अफ्रीका के बाहर भी अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। वहीं एक दिन पहले ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दो साल में दूसरी बार इस बीमारी को ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है।
एमपॉक्स संक्रमण खतरनाक दर से फैल रहा है। इस वर्ष 17,000 से अधिक मामले और 500 से अधिक मौतें दर्ज की गई हैं, जो पिछले साल की तुलना में 160 प्रतिशत की बढ़ोतरी है। इनमें कुल 13 देश शामिल हैं जिनमें अधिकतर मामले कांगो से सामने आए हैं।
कांगो सहित 13 अफ्रीकी देशों में एमपॉक्स का प्रकोप
बता दें कि, कांगो एमपॉक्स के प्रकोप से सबसे अधिक प्रभावित है, और यह कांगो के पड़ोसी देशों में भी फैल गया है। बीते दो वर्षों में यह दूसरी बार है जब एमपॉक्स को डब्ल्यूएचओ ने “वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल” घोषित किया। इससे पहले जुलाई 2022 में एमपॉक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया था। वहीं डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम ने एमपॉक्स के बढ़ते इस मामलों की रिपोर्टिंग को बहुत चिंताजनक बताया है।
“वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल” अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य कानून के अंतर्गत बीमारी के प्रकोप को लेकर चेतावनी का उच्च स्तर है। इसकी घोषणा तब की जाती है जब बीमारी नए या असामान्य तरीकों से फैलती है।
क्या है एमपॉक्स?
एमपॉक्स, एक वायरल बीमारी है जो मुख्य रूप से किसी संक्रमित व्यक्ति या जानवर के निकट संपर्क से फैलती है। इसमें शरीर के तरल पदार्थ, त्वचा के घाव, श्वसन की बूंदें, या बिस्तर जैसी दूषित सामग्री का सीधा संपर्क शामिल हो सकता है। यह वायरस जानवरों से मनुष्यों में भी फैल सकता है, जहां आमतौर पर जानवरों के काटने, खरोंचने या उनके शारीरिक तरल पदार्थ के सीधे संपर्क में आने से फैलता है।
इसके लक्षण क्या हैं?
एमपॉक्स में चेचक जैसे लक्षण होते हैं, जो अक्सर शरीर के अन्य भागों में फैलने से पहले चेहरे पर शुरू होते हैं। आमतौर पर ये एक्सपोजर के 5 से 21 दिनों के भीतर दिखाई देते हैं। इसमें बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, सूजन लिम्फ नोड्स, ठंड लगना, थकावट शामिल हो सकते हैं। इसकी संक्रामक अवधि आमतौर पर 2 से 4 सप्ताह तक रहती है।
आमतौर पर यह हल्का और दुर्लभ मामलों में घातक होता है जिससे फ्लू जैसे लक्षण और शरीर पर मवाद से भरे घाव भी हो जाते हैं। ज्यादातर लोगों को तो हल्के लक्षण महसूस होते हैं, लेकिन कुछ लोगों में यह बीमारी ज्यादा गंभीर हो सकती है, जिसके लिए मेडिकल देखभाल की जरूरत होती है। बच्चों, गर्भवती महिलाओं और कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोगों में आमतौर पर इस वायरस के संक्रमण का जोखिम ज्यादा होता है।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (डॉक्टर/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।
Created On :   16 Aug 2024 6:40 PM IST