पाकिस्तान आम चुनाव 2024: कौन है सवीरा प्रकाश, जो बनना चाहती हैं पाकिस्तान की 'मोदी'! चुनाव लड़ने को तैयार है मुल्क की ये पहली हिंदू महिला
- अगले साल फरवरी में होंगे चुनाव
- पहली बार हिंदू महिला लेगी भाग
- भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम की प्रशंसक हैं सवीरा प्रकाश
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान में अगले साल फरवरी में आम चुनाव होने जा रहा है, जिसको लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। इस चुनाव में पाकिस्तानी सियासत के कई बड़े चेहरों के भाग्य का फैसला भी होगा। ऐसे में पड़ोसी देश में सियासी गर्माहट तेज हो गई है। चुनावों के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया चल रही है। अभी तक नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवारों में से एक नाम ऐसा है जिसकी चर्चा भारत तक हो रही है। यह नाम है डॉ. सवीरा प्रकाश का जिन्होंने मेडिकल की पढ़ाई की है। सवीरा प्रकाश के चर्चा में आने का प्रमुख कारण उनका धर्म है।
दरअसल, सवीरा एक हिंदू हैं और पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा की बुनेर सीट से पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। खास बात यह है कि पाकिस्तान के 76 साल के इतिहास में वह पहली हिंदू महिला हैं जो चुनावी रण में उतर रही हैं। हालांकि एक अल्पसंख्यक महिला होने के नाते उनके लिए यहां तक पहुंचना आसान नहीं था। एक मीडिया चैनल से बात करते हुए सवीरा ने अपने अब तक के सफर और उसमें आने वाली मुश्किलों के बारे में चर्चा की।
लोगों से मिल रहा भरपूर समर्थन
आजतक चैनल को दिए इंटरव्यू में सवीरा प्रकाश ने बताया कि 'पाकिस्तान के चुनावी इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब कोई हिंदू महिला चुनाव लड़ रही है। लेकिन इसके बावजूद भी लोग मुझे भरपूर प्यार दे रहे हैं। एक अल्पसंख्यक होने के बाद भी लोगों का समर्थन मेरे साथ है। यहां लोग मुझे काफी सम्मान देते हैं, उन्होंने मुझे 'डॉटर ऑफ बुनेर' का खिताब भी दिया है। इतने प्यार और सम्मान की मुझे उम्मीद नहीं थी।'
अल्पसंख्यकों के लिए करेंगी काम
सवीरा प्रकाश का मानना है कि 'उनके चुनावी मैदान में उतरने से हिंदुओं को काफी हिम्मत मिलेगी।' उनका कहना है कि हार जीत से इतर चुनाव में खड़े होने से देश की अल्पसंख्यक महिलाओं के अंदर भी हिम्मत आएगी और आने वाले समय में उनकी राजनीति में भागेदारी भी बढेगी। सवीरा खुद को अल्पसंख्यकों की नेता मानती हैं। उनका कहना है कि वो मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती हैं और अगर चुनाव में उन्हें जीत हासिल होती है तो वह अल्पसंख्यकों के मुद्दों को आगे रखते हुए उनके हित में काम करेंगी।
पाकिस्तान को मोदी जैसे नेता की जरूरत
सवीरा प्रकाश ने चुनाव से संबंधित कई मुद्दों पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि 'फिलहाल पाकिस्तान में काफी अस्थिरता है। कमजोर अर्थव्यवस्था के चलते देश की स्थिति काफी नाजुक है और ऐसे में देश में स्थिरता लाने के लिए नरेंद्र मोदी जैसे नेता की जरूरत है।'
विरासत में मिली है राजनीति
बुनेर जिले के पीके-25 सीट से चुनाव लड़ रही सवीरा के पिता ओमप्रकाश पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सदस्य रहे हैं। जिसकी वजह से उन्हें पिता से विरासत में राजनीति मिली है। सवीरा राजनीति में पिता के नाम को आगे बढ़ाने का काम कर रही हैं। पेशे से डॉक्टर होने के बावजूद भी उनके पिता राजनीति में भी काफी एक्टिव रहे हैं। इसके अलावा सवीरा पीपीपी (पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी) की महिला विंग की महासचिव भी रह चुकी हैं।
बता दें कि पाकिस्तान में 8 फरवरी, 2024 को आम चुनाव होंगे, जिसके दौरान उम्मीदवार नेशनल असेंबली की 266 सामान्य सीटों के लिए चुनाव लड़ेंगे। पाकिस्तान में महिलाओं के लिए 60 सीटें आरक्षित हैं, जबकि गैर मुस्लिमों के लिए आरक्षित सीटों की संख्या 10 है। इसके अलावा वे सभी 266 सीटों पर चुनाव लड़ सकते हैं।
Created On :   28 Dec 2023 6:13 PM IST